जलाई खाकी निकर तो आरएसएस ने शुरू किया चड्डी कैंपेन, गांव-गांव से चड्डियां एकत्र करके कांग्रेस नेताओं और सिद्धारमैया को भेजीं
- कर्नाटक में कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ दिखाया गुस्सा
- आरएसएस की खाकी रंग की शॉर्ट्स जलाईं
- अब आरएसएस गांव-गांव से चड्डियां एकत्र करके भेज रहे कांग्रेस नेताओं को
बेंगलुरू,(कर्नाटक)। आरएसएस कार्यकर्ता खाकी शॉर्ट्स पहनते हैं। कांग्रेस ने भगवाकरण के विरोध में खाकी शॉर्ट्स को जलाने का कैंपेन शुरू किया। इस कैंपेन के विरोध में अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने घरों से शॉर्ट्स और निकर इकट्ठा करना शुरू कर दिया है और उन्हें बेंगलुरु में कांग्रेस मुख्यालय में भेजना शुरू कर दिया है। ये निकर और शॉर्ट्स विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को गिफ्ट किया जाएगा।
कर्नाटक के मांड्या जिले में केआर पेट से आरएसएस कार्यकर्ता ने पूरे राज्य में खाकी शॉर्ट्स जलाने के सिद्धारमैया के आह्वान की निंदा करते हुए शॉर्ट्स वाला एक पार्सल भेजा है। आरएसएस कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि विपक्षी नेता बड़ी संख्या में खाकी शॉर्ट्स नहीं जला पाएंगे जो उन्हें भेजे जाएंगे। मज़दूर गांवों में घर-घर गए और इस्तेमाल किए हुए शॉर्ट्स और निकर्स को इकट्ठा किया।
बीजेपी ने की कड़ी निंदा
बाद में उन्होंने सैकड़ों शॉर्ट्स और चड्डियों को एक बॉक्स में पैक किया और इसे बेंगलुरु कांग्रेस कार्यालय में भेज दिया। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश स्कूली छात्रों के लिए पाठ्यक्रम में संशोधन का विरोध करेंगे। सत्तारूढ़ भाजपा ने इस घटना की कड़ी निंदा की थी और इस सिलसिले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया था।
खाकी शॉर्ट्स जला रही कांग्रेस
बाद में, कांग्रेस की राज्य इकाई ने खाकी शॉर्ट्स जलाना शुरू कर दिया, अपनी नीतियों और कार्यक्रमों में आरएसएस के सामने झुकने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना की। सूत्रों के मुताबिक, आरएसएस के अभियान को पूरे राज्य में कार्यकर्ताओं के उठाए जाने की संभावना है।
‘राष्ट्रवादी संगठन है आरएसएस’
वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि कांग्रेस आरएसएस के खिलाफ बदनामी का अभियान चला रही है, लेकिन जनता सब कुछ जानती है। उन्होंने कहा, ‘आरएसएस एक देशभक्त, राष्ट्रवादी संगठन है जो समाज सेवा में लगा हुआ है। आरएसएस के कार्यकर्ता आपदाओं के दौरान लोगों को बचाने और प्रभावित लोगों की सेवा करने में सबसे आगे हैं।’
बोम्मई ने कहा, ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कई राज्यों में सराहनीय काम किया है। कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया आरएसएस के लिए जाने जाते हैं। इस रुख के कारण कांग्रेस ने कई राज्यों में सत्ता और अपना आधार खो दिया है। यह कर्नाटक में भी दोहराएगा।’