किशोरी को जहर खाने के लिए उकसाने के मामले में एसएसआइ व चौकी प्रभारी के बाद सिहानी गेट एसएचओ भी निलंबित
गाजियाबाद ब्यूरो। किशोरी को परेशान कर जहर खाने के लिए उकसाने के मामले में थाना सिहानी गेट के एसएसआइ प्रभाकर सिंह और पुराना बस अड्डा चौकी के प्रभारी नागेंद्र चौधरी के निलंबन के बाद अब कोतवाल सौरभ विक्रम सिंह को भी एसएसपी मुनिराज जी ने शनिवार देर रात निलंबित कर दिया। एसएसआइ प्रभाकर सिंह ने शुक्रवार को कार्रवाई के बाद एसएसपी से मिलकर बताया था कि किशोरी के जहर खाने की सूचना मिलने के शुरुआती करीब 18 घटे तक एसएचओ थाने पर ही मौजूद थे। उन्होंने ही चौकी प्रभारी को छानबीन करने के लिए कहा था। इसलिए एसएचओ की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए। प्रभाकर ने खुद को निर्दोष बताया था।
सिहानी गेट क्षेत्र में रहने वाली किशोरी ने 31 मई को जहरीला पदार्थ खा लिया था। आधी रात के बाद पुलिस को सूचना मिली। दो जून को ट्विटर के माध्यम से डीजीपी ने संज्ञान लेकर केस दर्ज करने का आदेश दिया। तुरंत थाना सिहानी गेट पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस विभाग के सूत्रों के मुताबिक 31 मई को आधी रात के बाद यानी एक जून को 12.21 बजे किशोरी के जहर खाने की सूचना पुलिस को अस्पताल से मिली। एक जून को सुबह लगभग नौ बजे तहरीर दी गई। इसी दिन शाम पौने छह बजे एसएचओ सौरभ विक्रम सिंह दो दिन की छुट्टी के लिए रवाना हुए और सीयूजी नंबर के साथ कार्यभार प्रभाकर सिंह के पास आ गया। प्रभाकर और नागेंद्र को एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई न करने और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित न करने के आरोप में सीओ सिहानी गेट आलोक दुबे की रिपोर्ट के आधार पर निलंबित कर दिया गया।
सीओ की रिपोर्ट पर भी सवाल निलंबन के बाद से ही पुलिस कार्यालयों और थाना सिहानी गेट में इस मामले की चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि एसएचओ को बचाने के लिए रिपोर्ट में सूचना मिलने और एसएचओ की रवानगी का समय नहीं लिखा गया। प्रभाकर सिंह ने भी एसएसपी से मिलकर इसी बात को प्रमुखता से रखा, जिसके बाद शनिवार देर रात एसएसपी ने एसएचओ सिहानी गेट को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जाच बैठा दी है।
शाम साढ़े पाच बजे सीयूजी नंबर प्रभाकर के पास आया और अगले दिन तक उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी बात का रिपोर्ट में जिक्र है। – आलोक दुबे, सीओ सिहानी गेट।
मामले की जाच जारी है और इसमें सामने आया कि एसएचओ सिहानी गेट सौरभ विक्रम सिंह की भी लापरवाही रही। उन्हें तत्काल निलंबित कर विभागीय जाच के आदेश दिए हैं। – मुनिराज जी, एसएसपी।