खुद को पुलिसकर्मी बताकर इराक की महिला से ठगे 4800 डॉलर

गाजियाबाद।  देश की राजधानी से सटे ट्रांस हिंडन क्षेत्र में ताबड़तोड़ वारदातों के बाद सुरक्षा व कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। कौशांबी थाने से 500 मीटर की दूरी पर शातिरों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर इराक की महिला समीरा साहिब से 4800 डॉलर ठग लिए। वह अपने बेटे का इलाज कराने के लिए भारत आई हैं और वैशाली में रह रही हैं। वहीं, कौशांबी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले में जांच की बात कही है।
समीरा साहिब ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह इराक के बगदाद शहर के अहदाहिया में रहती हैं। 24 जनवरी से वैशाली सेक्टर-1 में बेटे अहमद हुसाम के साथ रह रही हैं। अहमद हुसाम का पटपटड़गंज दिल्ली के मैक्स अस्पताल में ब्रेन ट्यूमर का इलाज चल रहा है। वह अस्पताल में अरबी भाषा के ट्रांसलेटर का काम करने वाले फुरकान को जानती है। 31 मार्च की शाम करीब 5:45 बजे वह बेटे के साथ कौशांबी की तरफ रेस्तरां में खाना-खाने जा रही थी। जैसे ही दोनों ई-रिक्शा में बैठकर होटल रेडिसन की तरफ चले, कुछ दूरी पर एक गाड़ी में सवार तीन लोगों ने उन्हें हाथ देकर रोक लिया।

समीरा का कहना है कि उनकी गाड़ी पुलिस जैसी लगी रही थी और तीनों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया। उन्होंने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी वह अरबी व अंग्रेजी भाषा में बोल रहे थे। उन्होंने समीरा से कहा कि आपके पर्स में हसीस (नशे की चीज) है और पर्स लेकर चेक करना शुरू कर दिया। कुछ देर में वह पर्स देकर चले गए। समीरा ने पर्स चेक किया तो ठग उसमें से 4800 डॉलर गायब थे। उन्होंने फुरकान को फोन कर ठगी की सूचना दी। मौके पर पहुंचकर फुरकान ने कौशांबी थाने में पुलिस को सारी घटना बताई।
भारत सरकार व इराक दूतावास को दी जानकारी
समीरा ने ठगी की जानकारी इराक दूतावास के अधिकारियों को दी है। वहां मामले में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। दूतावास के वरिष्ठ अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से घटना को लेकर संपर्क किया है। माना जा रहा है कि जिस प्रकार शातिर अरबी व अंग्रेजी भाषा में बात कर रहे थे, ऐसे में लग रहा है कि शातिर पूरी तैयारी से आए थे। वहीं, घटना में इराकी गैंग का भी हाथ होने की संभावना हो सकती है।

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