हमास-हिज़बुल्लाह, ईरान कोई भी आए सबको देख लेंगे, जंग में कूदा अमेरिका
Hamas-Hezbollah, Iran, whoever comes, we will take care of them all, America jumped into the war
अंतर्राष्ट्रीय डेस्क। तेहरान में हमास के चीफ इस्माइल हानिया की मौत के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि वाशिंगटन ईरान से सभी खतरों के खिलाफ इजरायल की सुरक्षा की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत तब हुई जब इज़राइल ने घोषणा की कि उसने बेरूत में हिज़्बुल्लाह के सैन्य कमांडर फुआद शुक्र को ख़त्म कर दिया है। नेतन्याहू की सरकार ने तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानियेह की हत्या पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह ने इज़राइल को दोषी ठहराया है।
व्हाइट हाउस ने नेतन्याहू के साथ राष्ट्रपति की कॉल के एक रीडआउट में कहा कि बाइडेन ने ईरान से उसके प्रॉक्सी आतंकवादी समूहों हमास, हिजबुल्लाह और हूथिस सहित सभी खतरों के खिलाफ इजरायल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति ने बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन सहित खतरों के खिलाफ इजरायल की रक्षा का समर्थन करने के प्रयासों पर चर्चा की, जिसमें नई रक्षात्मक अमेरिकी सैन्य तैनाती भी शामिल है।
हमास, हिजबुल्लाह और यमन के हूथी विद्रोहियों को ईरान से समर्थन मिलता है। आधिकारिक इज़रायली आंकड़ों के आधार पर एएफपी टैली के अनुसार, 7 अक्टूबर को समूह के हमले के बाद से इज़रायल गाजा पट्टी में हमास से लड़ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप 1,197 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे। उग्रवादियों ने 251 बंधकों को भी पकड़ लिया, जिनमें से 111 अभी भी गाजा में बंदी हैं, जिनमें से 39 सेना के अनुसार मारे गए हैं।