कश्मीरी पंडित शिक्षिका की गोली मारकर हत्या, कश्मीरी पंडितों ने फिर से सामूहिक पलायन की चेतावनी दी

श्रीनगर। कश्मीर में आतंकवादियों की ओर से पंडितों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने एक हिंदू शिक्षिका की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि कुलगाम जिले के गोपालपुर में 36 वर्षीय रजनी बाला पर आतंकवादियों ने गोली चलाई, जिससे वह घायल हो गईं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सांबा जिले की रहने वालीं रजनी बाला गोपालपुर के एक सरकारी स्कूल में बतौर शिक्षिका पदस्थ थीं। हम आपको याद दिला दें कि आज जैसे रजनी बाला की हत्या की गयी है ठीक उसी तरह पिछले साल अक्टूबर में आतंकवादियों ने एक स्कूल में घुसकर महिला प्रिंसिपल सतिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

रूप में भर्ती हुईं रजनी बाला का परिवार 1990 में पलायन कर गया था लेकिन बाद में उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत फिर से कश्मीर बुलाकर नौकरी दी गई थी। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने स्कूल में घुसकर पहले शिक्षिका से उसका नाम पूछा और फिर उसे एके-47 से गोली मार दी। इसी महीने की शुरुआत में सरकारी कर्मचारी राहुल भट की भी आतंकवादियों ने नाम पूछने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके बाद से लगातार कश्मीरी पंडित आंदोलन और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि उन्हें सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया जाये। रजनी बाला की हत्या के बाद भड़कते हुए कश्मीरी पंडितों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 24 घंटे के भीतर उन्हें सुरक्षित जगहों पर नहीं भेजा गया तो वह फिर से 90 के दशक की तरह सामूहिक पलायन करने पर मजबूर हो जायेंगे।

वहीं, एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस घिनौने आतंकवादी कृत्य में शामिल लोगों की जल्द ही पहचान कर उनका सफाया कर दिया जाएगा।’’ इस बीच महिला शिक्षिका की हत्या की घटना की घाटी में व्यापक स्तर पर निंदा की जा रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘बेहद दुखद। निहत्थे नागरिकों पर निशाना बनाकर किए गए हालिया हमलों की लंबी सूची में यह एक और हमला है। उन्होंने कहा कि निंदा एवं शोक के शब्द और सरकार का आश्वासन कि स्थिति सामान्य होने तक वे चैन से नहीं बैठेंगे…सभी खोखले प्रतीत होते हैं।” उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा- रजनी की आत्मा को शांति मिले।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर में हालात सामान्य होने के केंद्र के लगातार दावों के बीच लक्षित हत्याओं के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारत सरकार के कश्मीर में हालात सामान्य होने के फर्जी दावों के बीच बढ़ते लक्षित हत्याओं के मामले गहरी चिंता का विषय हैं।’’ मुफ्ती ने कहा, ‘‘कायरता के इस कृत्य की निंदा करती हूं, दुख की बात है कि ये भारतीय जनता पार्टी द्वारा फैलाई मुस्लिम विरोधी बातों का अंजाम हैं।’’ सज्जाद लोन ने भी हत्या की निंदा करते हुए कहा कि कायरता ने एक बार फिर बेशर्मी की सभी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कुलगाम में सांबा की रहने वाली एक मासूम महिला शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’

भाजपा के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने भी हमले की कड़ी निंदा की और कहा, ”कुलगाम में आतंकवाद की एक और कायराना हरकत। निहत्थे नागरिकों पर हमला करना, वह भी महिलाओं पर, कोई बहादुरी नहीं बल्कि हताशापूर्ण कृत्य है।’’ गौरतलब है कि मई के महीने में दूसरी बार किसी गैर-मुस्लिम की हत्या की गई है। 12 मई को राहुल भट की बडगाम जिले की चदूरा तहसील में तहसीलदार कार्यालय के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मई महीने के दौरान कश्मीर में लोगों को निशाना बनाकर हत्या करने के सात मामले सामने आये हैं। इनमें से चार नागरिक और तीन पुलिसकर्मी थे, जो ड्यूटी पर तैनात नहीं थे।

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