चोरों को सबक सिखाने को महिलाओं ने संभाला मोर्चा, अक्षरधाम अपार्टमेंट के बाहर दे रहीं पहरा

  • द्वारका सेक्टर-19 पॉकेट-3 के अक्षरधाम अपार्टमेंट की महिलाएं चोरी रोकने को हुईं एकजुट
  • पैसे जोड़कर टेंपरेरी सिक्युरिटी केबिन बनाए, खुद बारी-बारी पहरा देकर चोरी रोकने की कोशिश
  • सोसायटी में तीन जगहों से चोरों की एंट्री अधिक होने की आशंका वाले एरिया पर है खास नजर

दिल्ली ब्यूरो। चोरियों से परेशान होकर द्वारका के एक अपार्टमेंट में महिलाओं ने अब खुद इन्हें रोकने के लिए मार्चा संभाल लिया है। मामला द्वारका सेक्टर-19 पॉकेट-3 के अक्षरधाम अपार्टमेंट का है। पुलिस और प्रशासन से गुहार लगाने के बाद जब कुछ नहीं हुआ तो यहां की महिलाओं ने न सिर्फ पाई-पाई जोड़कर टेंपरेरी सिक्युरिटी केबिन बनाए, बल्कि खुद भी बारी-बारी पहरा देकर चोरियां रोकने की कोशिश कर रही हैं। महिलाओं के अनुसार द्वारका के इस सबसे बड़े अपार्टमेंट में से एक में चोरी की वारदात हमेशा से समस्या रही है।
महिलाओं का कहना है कि कई विभागों में शिकायतें की, लेकिन चोरियां नहीं रुकीं। कभी जूलरी, कभी पानी और बिजली के मीटर तो कभी साइकल चोरों के निशानें पर होती हैं। इस पर महिलाओं ने सामूहिक रूप से अपने खर्चे में कटौती करते हुए पैसे इकट्ठा करने शुरू किए। अब इन पैसों से उस जगह एक टेंपरेरी सिक्युरिटी केबिन बनवाया है जहां तीनों तरफ से नजर रखी जा सकती है। सोसायटी में इन्हीं तीन जगहों से चोरों की एंट्री अधिक हो रही है।
गार्ड के अलावा महिलाएं बारी-बारी से देंगी पहरा
महिलाएं इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए अब यहां रात में गार्ड भी बिठाएंगी। इतना ही नहीं वह खुद भी बारी बारी से यहां पहरा देंगी और हर तरह की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगी। सोसायटी की गोमती मट्टू ने बताया कि हम चाहते हैं कि सरकारी विभाग हमारी समस्याओं पर ध्यान दें। इन वारदात से अब लोग काफी हताश हो चुके हैं। आरडब्ल्यूए, पुलिस और प्रशासन से कई बार शिकायत की गई है। इसी वजह से महिलाओं ने अपनी सुरक्षा अपने हाथ की मुहिम यहां शुरू कर दी है।
मंदिर में 3 साल में हुई कई बार चोरी
अक्षरधाम अपार्टमेंट के मंदिर में पिछले तीन सालों के दौरान सात से आठ बार चोरी हो चुकी है। लोगों के घरों में चोरी होना यहां आम हो गया है। कई बार तो चोरों ने यहां वारदात को अंजाम देने के लिए आसपास के फ्लैट बाहर से बंद कर दिए। वहीं डीडीए, नगर निगम और आरडब्ल्यूए भी अपार्टमेंट की टूटी हुई चारदीवार की रेलिंग को ठीक नहीं करवा पा रही है। कुछ महिने पहले एक फ्लैट में 15 लाख रुपये की जूलरी और कैश की चोरी हुई थी। गाड़ी के टायर, पानी की मोटर, साइकल चोरी होना तो यहां आम है।

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