बीजेपी छोड़कर सपा में गए बृजेश प्रजापति अब भुगतेंगे खामियाजा! आलीशान भवन पर चलेगा बुलडोजर
बांदा। बृजेश प्रजापति जब तक भारतीय जनता पार्टी के विधायक रहे तब तक वे भाजपा की आंखों के तारे बने रहे। चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर सपा (SP) का दामन थामने वाले बृजेश प्रजापति की अब मुश्किलें बढ़ रही हैं। सरकार ने उनके खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस सिलसिले में बांदा विकास प्राधिकरण ने तिंदवारी से विधायक रहे प्रजापति को बिना नक्शा पास कराए भवन निर्माण मामले में न सिर्फ कार्रवाई की चेतावनी दी है बल्कि जवाब न देने पर चार मंजिला आलीशान भवन पर बुलडोजर चलाने की चेतावनी भी दे डाली है। साथ ही इस सिलसिले में 7 अप्रैल को उन्हें तलब किया है। तिंदवारी से भाजपा के विधायक रहे बृजेश प्रजापति ने विधायक रहते हुए बिजली खेड़ा में 4 मंजिला मकान का निर्माण कराया है। उस समय सत्ता पक्ष का विधायक होने के कारण बांदा विकास प्राधिकरण अनधिकृत रूप से हो रहे निर्माण पर धृतराष्ट्र बना रहा, लेकिन जैसे ही सत्ता दल छोड़कर सपा में शामिल हो गए और इस चुनाव में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। तभी से सरकार ने उनके खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मतगणना के 1 दिन पहले बृजेश प्रजापति द्वारा अपने समर्थकों के साथ मतगणना स्थल पर हंगामा करने और इसके बाद हाई स्कूल का पेपर लीक होने के बाद सरकार पर तंज कसने वाले बृजेश प्रजापति सीधे सरकार के निशाने पर आ गए हैं। उन्हें बांदा विकास प्राधिकरण द्वारा दी गई नोटिस में कहा गया है कि पूर्व विधायक द्वारा बिना नक्शा पास कराए असंवैधानिक रूप से भवन तैयार करा लिया गया। इस भवन को गिराने का आदेश क्यों न दिया जाए। प्राधिकरण द्वारा दी गई नोटिस को विधायक ने खुद सोशल मीडिया में शेयर किया है। साथ ही सरकार पर भी तंज कसा है। बताते चलें कि पूर्व विधायक ने शहर के बिजलीखेडा में अपना एक ऑफिस बनाया है। बृजेश प्रजापति विधानसभा चुनाव 2022 से पहले उन्होंने बीजेपी छोड़कर सपा ज्वाइन की थी। 9 मार्च को मतगणना से पहले सपाइयों ने ईवीएम सुरक्षा के नाम पर जमकर हंगामा किया था। इस दौरान पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति ने डीएम बांदा की गाड़ी रोकी थी जिस पर बहस भी हुई थी।