एनएसईजेड पुलिस चौकी पर महिला के आग लगाने के मामले में तीन पर केस
नोएडा ब्यूरो। गांव में बदनामी और फेज टू पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर एनएसईजेड पुलिस चौकी के बाहर बुधवार को महिला के आत्मदाह के प्रयास मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। महिला का सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा है। वहीं, महिला के पिता ने आरोप लगाया है कि फेज टू के थानाध्यक्ष पर उन्हें भरोसा नहीं है। ऐसे में दूसरे थाने से जांच कराई जाए। इलाहाबांस गांव निवासी संगीता (31) ने मंगलवार दोपहर बाद पुलिस के कार्रवाई न करने से नाराज होकर आत्मदाह का प्रयास किया था। पिता सुंदर का आरोप है कि संगीता को गांव के कई लोग परेशान कर रहे थे। इसकी शिकायत जब बेटी ने कोतवाली फेज टू पुलिस से की तो कोई कार्रवाई नहीं की गई। बेटी को जांच के नाम पर परेशान किया गया। वहीं, इस मामले में कोतवाली फेज टू पुलिस ने गांव के ही पप्पू प्रधान, सुमित व नीरज के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है। एसीपी अब्दुल कादिर का कहना है कि केस दर्ज कर जांच की जा रही है। बुधवार को महिला के पिता समेत अन्य लोग आए थे और उनसे पूरी जानकारी ली गई है।
पिता सुंदर ने कोतवाली फेज टू थान में बदसलूकी किए जाने का आरोप लगाया और कहा कि हम न्याय की आस थानाध्यक्ष से मिलने गए थे, लेकिन उन्होंने ठीक से बात नहीं की। उन्होंने कहा कि अपने माता-पिता की जमीन बिकवाते हो। हमें थानाध्यक्ष व कोतवाली फेज टू पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं है। उनका दूसरे पक्ष के लोगों के साथ मिलना जुलना है।
सुंदर का आरोप है कि बेटी पुलिस की जांच से परेशान थी। मंगलवार को वह पहले कोतवाली फेज टू थाने गई थी। वहां से महिला सब इंस्पेक्टर ने एनएसईजेड चौकी पर जाने के लिए कहा था। संगीता एनएसईजेड चौकी पर दो घंटे रही, लेकिन सब इंस्पेक्टर ने कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद बेटी ने केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया।
सेंट्रल नोएडा के एसीपी प्रथम अब्दुल कादिर का कहना है कि थाने या चौकी स्तर पर कोई लापरवाही बरतने की बात सामने आई तो कार्रवाई होगी। इसके लिए थाने व एनएसईजेड पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की जा रही है।