गाजियाबाद में अब 76 प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर हो सकेगी फ्री जांच
Now free testing will be possible at 76 private ultrasound centers in Ghaziabad
गाजियाबाद। गाजियाबाद में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत निशुल्क जांच को लेकर 11 और निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों को स्वास्थ्य विभाग से जोड़ा जाएगा। इससे गर्भवती महिलाओं को जल्द से जल्द जांच कराने में मदद मिलेगी। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से शासन में फाइल भेज दी गई है। फिलहाल जिले में 65 अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर गर्भवती महिलाओं की ई-वाउचर के जरिये जांच की जा रही है। वहीं, शासन स्तर से अल्ट्रासाउंड मद में पीपीपी मोड पर ई-रूपी वाउचर के माध्यम से किये जा रहे अल्ट्रासाउंड की वर्तमान दर में भी 125 रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई है।
पीएमएसएमए दिवसों पर गर्भवती महिलाओं की जांच की जाती है। इसमें जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत निशुल्क जांच मद में पीपीपी मोड पर ई-रूपी वाउचर के माध्यम से निजी सेंटरों पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जाती है। अभी तक निजी अल्ट्रासाउंड को ई-रूपी वाउचर के माध्यम से 300 रुपये दर निर्धारित थी, जिसे शासन स्तर से बढ़ा दिया गया है। अब प्रति जांच पर सेंटर को 425 रुपये मिलेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. पिंकी जोवल की ओर से इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आदेश जारी कर दिया गया है।
ऐसे स्वास्थ्य केंद्र जहां अभी भी अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है या फिर अल्ट्रासाउंड मशीन होने के बावजूद गर्भवती महिलाएं अधिक संख्या में पहुंचने पर उन्हें नजदीकी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर सरकारी स्तर पर ई-वाउचर के माध्यम से निशुल्क जांच कराई जाती है। बीते कई माह से निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों की ओर से दर में वृद्धि करने की मांग की जा रही थी। जिसे शासन स्तर से बढ़ाकर 425 कर दिया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। जिले में अभी तक 65 निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों को जोड़ा गया है। जल्द ही 11 और अल्ट्रासाउंड सेंटरों को जोड़ा जाएगा। जिसके बाद इनकी संख्या 76 तक पहुंच जाएगी।