दिल्ली में डराने लगी कोरोना की रफ्तार, 1375 नए मरीज मिले, सक्रिय मामले 3600 के पार

नई दिल्ली डेस्क। राजधानी में लगातार संक्रमण बढ़ रहा है। इस कड़ी में बीते 24 घंटे में 37 दिन बाद दिल्ली में कोरोना के सबसे अधिक 1375 नए मरीज मिले हैं। राहत की बात यह है कि 909 मरीजों ने कोरोना को हराया है व एक भी मरीज ने संक्रमण से दम नहीं तोड़ा। नए मामलों के साथ संक्रमण दर 7.01 फीसदी दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीते एक दिन में कोरोना के 19622 टेस्ट किए गए हैं। इसमें से 13367 आरटीपीसीआर व 6255 एंटीजन टेस्ट हुए हैं। होम आइसोलेशन में 2108 उपचाराधीन हैं, जबकि एक दिन पहले इन मरीजों की संख्या 1910 थी। बीते एक दिन में अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। मंगलवार तक भर्ती मरीजों की संख्या 149 थी, जोकि बुधवार तक 169 पर पहुंच गई है।

आईसीयू में दो मरीजों की बढ़ोतरी के साथ ताजा संख्या 50 पर पहुंच गई है। वहीं, ऑक्सीजन सपोर्ट पर भी दो मरीज बढ़कर 50 हो गए हैं व वेंटिलेटर पर मरीजों की संख्या में बदलाव नहीं हुआ है, जोकि आठ है। बीते 24 घंटे में 23613 लोगों ने टीके की खुराक ली है। इसमें से 2351 लोगों ने पहली व 7057 लोगों ने दूसरी खुराक ली है।  वहीं, 14205 लोगों ने एहतियाती खुराक लगवाई है। सक्रिय मरीजों की संख्या 3643 व कंटेनमेंट जोन 199 हो गए हैं, जबकि एक दिन पहले 190 कंटेनमेंट जोन थे।

राजधानी में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ने के बीच जिले स्तर पर प्रशासन सतर्क हो गया है। इस कड़ी में जिले स्तर पर कोरोना टेस्ट बढ़ाने के साथ-साथ होम आइसोलेशन के मामलों की निगरानी, कांटेक्ट ट्रेसिंग व दवाइयों का स्टॉक किया जाएगा। पश्चिमी जिले में तैनात एक सरकारी डॉक्टर के मुताबिक, जिले के सभी जन स्वास्थ्य केंद्रों को होम आइसोलेशन मामलों की निगरानी के लिए तैनात टीमों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इससे संबंधित रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं, कोविड दवाओं के उपलब्ध स्टॉक पर भी जानकारी मांगी गई है।

अधिकारी ने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमित होने से पहले संक्रमित का यात्रा इतिहास, कार्यालय और वे सभी क्षेत्र जहां रोगी तीन से चार बार गया था आदि के संबंध में भी जानकारी लेनी होगी। अधिकारी ने कहा कि ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा शामिल वाले बिस्तरों को लेकर भी समीक्षा की गई है। मामलों में वृद्धि को देखते हुए अधिक टेस्ट किए जा रहे हैं। पहले कम जोखिम वाले संपर्कों का परीक्षण नहीं किया जा रहा था, लेकिन अब उन लोगों का भी परीक्षण किया जा रहा है। दक्षिण पूर्व जिले के एक प्रशासनिक अधिकारी के मुताबिक, प्रशासन अलर्ट मोड पर है और स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।

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