चाचा ने दो माह का बच्चा अगवा कर तीन लाख में किया सौदा
गाजियाबाद। दो माह के बच्चे को अगवा कर तीन लाख रुपये में बेचने का सौदा तय हो गया। साजिश उसी चाचा ने रची, जिसके घर महिला अपने पोते को लेकर आई थी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर बच्चे को बरामद कर चाचा, उसके दोस्त व महिला को गिरफ्तार कर लिया। बच्चे को दोबारा गोद में लेकर महिला ने पुलिस का आभार जताया।
बुलंदशहर के वीर गांव निवासी तारादेवी दो माह के पोते को लेकर सिद्धार्थ विहार निवासी अपने भाई मनवीर के यहां 15 दिन पहले आई थीं। तारादेवी का बेटा सोनू लुधियाना में काम करता था, जहां वह एक महिला के साथ रहने लगा था। महिला गर्भवती हो गई, जिसका पता चलने के बाद से सोनू लापता है। महिला सोनू के गांव आ गई और यहां उसने दो माह पहले कृष्णा को जन्म दिया। 20 दिन पहले महिला यह कहकर चली गई कि सोनू का पता नहीं चल रहा है। इसलिए वह अपने पहले पति के पास जा रही है। तारादेवी के मुताबिक सोमवार दोपहर बाद दो बजे खेलते हुए कृष्णा सो गया, जिसके बाद उनकी भी आंख लग गई। उठीं तो कृष्णा नहीं मिला। एसएचओ योगेंद्र मलिक ने बताया कि तारादेवी का भतीजा अमित कृष्णा के अगवा किए जाने के बाद ही लापता हो गया था। हालांकि बाद में वह आ गया, लेकिन फिर चला गया। अमित पर शक हुआ तो छानबीन की और लोकेशन ट्रेस करते हुए बाइपास के पास से मंगलवार शाम अमित, उसके दोस्त अभिषेक और नंदग्राम निवासी रितु को गिरफ्तार कर इनसे बच्चा बरामद कर लिया।
एसएचओ ने बताया कि अमित मोमोज की ठेली लगाता है। काम को बढ़ाने के लिए उसे पैसे की जरूरत थी। इस बारे में उसने अभिषेक से बात की। अभिषेक ने बच्चे को अगवा कर बेचने की बात कही। साथ ही उसने रितु को अमित से मिलाया। सोमवार को तारादेवी के सोने के बाद अमित ने बच्चा उठाकर अभिषेक को दिया और अभिषेक उसे रितु के घर ले गया। पूछताछ में सामने आया है कि रितु ने आगरा में किसी व्यक्ति से तीन लाख रुपये में बच्चे का सौदा तय किया था। बच्चे का सौदा करने वाले को पुलिस ट्रेस कर रही है। आधा पैसा अमित को और बाकी महिला व अभिषेक को मिलना था। तीनों मंगलवार को आगरा जाने के फिराक में थे, तभी इन्हें दबोच लिया।