यूट्यूब ने भारत में डिलीट की 11 लाख से ज़्यादा वीडियोज़, 44 लाख अकाउंट भी किए बंद
यूट्यूब ने भारत में 2022 के शुरुआती तीन महीने में 11 लाख से ज़्यादा वीडियो को डिलीट कर दिया है। ग्लोबली ये संख्या काफी बड़ी है। इसके अलावा यूट्यूब ने 2022 की पहली तिमाही में सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर 44 लाख से ज्यादा अकाउंट को भी डिलीट किया है।इनमें से ज़्यादातर चैनलों को कंपनी स्पैम नीतियों का उल्लंघन करने की वजह से खत्म किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक गूगल की कंपनी यूट्यूब से हटाए जाने वाले वीडियो में 90% से ज्यादा वीडियोज को फेक होने की वजह से हटाया गई है। वहीं यूट्यूब पर हिंसक कंटेंट पोस्ट करने, सिक्योरिटी और प्राइवेसी गाइडलाइन्स को हटाने की वजह से भी काफी सारे वीडियो को हटा दिया गया है। यूट्यूब ने ऐसे कंटेंट को हटा दिया है जो बार-बार पोस्ट की गई, दोहराई कई किसी को टारगेट करने वाली थीं। कुछ चैनल या वीडियो यूज़र्स से किसी और चीज़ का वादा करते हैं, और फिर उन्हें किसी दूसरी साइट पर रीडायरेक्ट कर दिया जाता है, जिससे कि उन्हें क्लिक मिले, और वह उससे पैसे कम सकें। इसके अलावा कुछ चैनल यूज़र्स को ऐसी वेबसाइट पर भेज देते हैं, जिसमें खतरे वाला सॉफ्टवेयर होता है, और वह उससे यूज़र्स की निजी जानकारी इकट्ठा करते हैं। यूट्यूब ने ऐसे कंटेंट को भी हटा दिया है जो यूट्यूब पर एंगेजमेंट मेट्रिक जैसे व्यू, लाइक, कमेंट या कोई दूसरे मेट्रिक बेचती है।बता दें कि यूट्यूब चैनल को बंद करने के लिए यूट्यूब का नियम में बताया गया है कि अगर कोई चैलन 90 दिनों के अंदर तीन बार उनके बनाए गए नियम का उल्लंघन करता है तो उस चैनल को कंपनी बंद कर देती है। वहीं दूसरी तरफ अगर कोई यूट्यूब चैनल 3 बार से भी ज्यादा नियमों का उल्लंघन करता है तो उस चैलन के द्वारा किए गए सभी वीडियो को भी हटा दिया जाता है। 2022 के जनवरी और मार्च के बीच, यूट्यूब ने कंपनी के सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए 30 लाख से ज़्यादा वीडियो हटा दिए।इनमें से 91% वीडियो इंसानों के बजाय पहले मशीनों द्वारा पकड़ी गई।