भ्रष्टाचार मामले में फंसाए जाने से परेशान जेल उपाधीक्षक ने जहरीला पदार्थ खाकर की आत्महत्या
गुरुग्राम। हरियाणा के नारनौल जेल में तैनात उपाधीक्षक कुलदीप ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दर्ज मामले में फंसाए जाने से परेशान होकर गुरुवार को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। परिवार के लोगों ने उसे जानबूझ कर फंसाने और परेशान करने का आरोप लगाया है। मृतक कुलदीप हुड्डा मूल रूप से रोहतक के पोलांगी गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ राज चौकसी ब्यूरो व नारनौल थाना पुलिस ने अलग-अलग भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया हुआ है।मामला दर्ज होने के बाद से वह परेशान चल रहा था। अग्रिम जमानत के लिए मृतक ने हाईकोर्ट में याचिका डाल रखी थी, जिसे अदालत ने गुरुवार को नामंजूर कर दिया। इस बात की सूचना से वह काफी परेशान था।बताया जा रहा है कि वह गुरुग्राम में साली के घर परिवारवालों से मिलने आया था, यहीं उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल साली के घर ही परिवार के अन्य लोग भी आए हुए थे।मृतक डिप्टी जेलर की पत्नी नीलम ने राजेंद्रा पार्क थाना पुलिस को बयान दिया है कि पति की मौत के लिए एसपी नारनौल जिम्मेदार हैं। इसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। परिजन इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक आरोपी पुलिस अधीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जाता है, तब तक वह पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे। परिजनों के आक्रोश को देखते हुए आसपास के थाना पुलिस को पोस्टमार्टम हाउस के पास बुलाया गया है।