दिल्ली पुलिस हुई फेल,दिल्ली में बेखौफ हैं अपराधी, अपराधों का ग्राफ बढ़ा
परिचित ही महिलाओं की आबरू के बने दुश्मन
राजधानी में परिचित ही महिलाओं की आबरू के दुश्मन साबित हो रहे हैं। इस वर्ष दिल्ली में दुष्कर्म के मामले में 21.69 फीसदी का इजाफा हुआ है। इनमें से करीब 1.5 फीसदी आरोपी अजनबी है।दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में वर्ष 2021 में दुष्कर्म के 1969 मामले दर्ज किए गए। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष दुष्कर्म के मामले में 21.69 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2020 में 1618 मामले दर्ज किए गए थे। इसके साथ ही महिलाओं का उत्पीड़न के मामलों में 17.51 फीसदी का इजाफा हुआ है। वर्ष 2021 में2429 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि वर्ष 2020 में 2067 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं, छेड़खानी मामले में 2.43 फीसदी का इजाफा हुआ है।आंकड़ों के मुताबिक दुष्कर्म के 45 फीसदी मामलों में पीड़िता के साथ परिवार के सदस्य या दोस्तों ने दुष्कर्म किया। 28 फीसदी लोग उनके दूर के परिचित थे। 13 फीसदी रिश्तेदार थे। जबकि 11 फीसदी पड़ोसी और एक फीसदी सहकर्मी हैं।दुष्कर्म के मामलों में अजनबियों की संलिप्तता साल दर साल घटी : दिल्ली में महिलाओें से दुष्कर्म के मामलों में अजनबियों की संलिप्तता में कमी आ रही है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस वर्ष कुल मामलों में 1.5 फीसदी ऐसे मामले हैं जिसमें अजनबियों ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया। दिल्ली पुलिस की ओर से वर्ष 2016 से लेकर इस साल तक के आंकड़े पेश किए गए है।
राजधानी में रंजिश या विवाद में सबसे ज्यादा 36 फीसदी हत्याएं होती हैं। वर्ष 2021 के आंकड़े यहीं बता रहे हैं। इसके अलावा गुस्से में भी हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने वर्ष 2020 में हत्या के 1015 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। वहीं, वर्ष 2021 में हत्या के 1050 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने हत्या के दो आंकड़े पेश किए हैं। उनके अनुसार दुश्मनी में 36 फीसदी हत्याएं हुई हैं। अचानक आए गुस्से में 30 फीसदी और आपराधिक वारदात में नौ फीसदी लोगों की हत्याएं हुई थीं।राजधानी में वर्ष 2020 के मुकाबले वर्ष 2021 में सबसे ज्यादा डकैती के मामलों में 166.67 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा वर्ष 2020 के मुकाबले वर्ष 2021 में राजधानी में अपराध का ग्राफ 16.35 फीसदी बढ़ा है। साथ ही जघन्य अपराध के मामलों में 4.10 फीसदी की वृद्धि हुई है। हालांकि, दर्ज मामलों को सुलझाने, बदमाशों को गिरफ्तार करने और सजा दिलाने में के मामले में दिल्ली पुलिस देश में सबसे अव्वल रही है।