गोरखपुर पुलिस ने 10 घंटे में ढूंढ निकाली रिटायर्ड डीआईजी की बिल्ली,तलाश के लिए बकायदा बनाई टीम

Gorakhpur police found the retired DIG's cat in 10 hours, formed a team to search for it

गोरखपुर/उत्तर प्रदेश। गोरखपुर में एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पूर्व डीआईजी के घर से उनकी पर्शियन बिल्ली चोरी हो गई। बिल्ली चोरी होने के बाद परिवार के सभी सदस्य परेशान हो गए, क्योंकि यह बिल्ली उनके परिवार में बेहद प्रिय थी। इसकी सूचना कैंट पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही कैंट पुलिस सक्रिय हुई और डीआईजी साहब की प्यारी बिल्ली की तलाश में जुट गई। जांच और सीसीटीवी फुटेज चेक करने के बाद जब चोरी का पर्दाफाश हुआ तो सभी हैरान रह गए। बिल्ली किसी और ने नहीं नौकरानी और उसके बच्चों ने चोरी की थी। नौकरानी के माफी मांगने के बाद साहब और उनके परिवार ने उन्हें माफ कर दिया और अपनी तहरीर वापस ले ली है।जानकारी के मुताबिक बेतियाहाता क्षेत्र में रहने वाले रिटायर्ड डीआईजी के घर से शनिवार को उनकी पालतू पर्शियन बिल्ली चोरी हो गई। चहेती बिल्ली के गायब होने पर घर वाले बेहद मायूस और उदास थे। काफी तलाश के बाद भी जब बिल्ली का कुछ भी पता नहीं चला तो इसकी सूचना कैंट थाने में दी गई। सूचना मिलते ही थाने की फोर्स सक्रिय हुई और साहब की बिल्ली तलाशने में जुट गई। इंस्पेक्टर रणधीर मिश्रा के निर्देश पर बिल्ली की तलाश के लिए उप निरीक्षक चंदा कुमारी के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। काफी मशक्कत और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद एक महिला अपने दो बच्चों के साथ बिल्ली को बोरी में भरते हुए दिखाई दी।
शक के आधार पर पड़ोस में नौकरानी का काम करने वाली महिला से पूछताछ की गई। शुरुआती पूछताछ में उसने अंजान बनने की कोशिश की। हालांकि दवाब बनाने और घर की तलाशी लेने पर वहां बिल्ली मिल गई। नौकरानी ने बताया कि यह बिल्ली मुझे बेहद प्यारी लगती थी। महंगी होने की वजह से हम इसे खरीद नहीं सकते थे, लालच आ गया तो इसीलिए चोरी कर ली। पूर्व डीआईजी के पारिवारिक सदस्य रत्नेश शाही ने पुलिस को दी तहरीर वापस ले ली गई है। नौकरानी ने अपनी गलती के लिए सभी से माफी मांग ली। आगे से ऐसी गलती न दोहराने की बात कही है। कैंट प्रभारी रणधीर मिश्रा का कहना है कि शिकायतकर्ता की तरफ से महिला के खिलाफ दी गई तहरीर वापस ले लेने के बाद महिला को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।

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