तीन बच्चों की मां बनना पड़ा महंगा! छपरा मेयर राखी गुप्ता की चल गई कुर्सी
छपरा,(बिहार)। छपरा की वर्तमान मेयर राखी गुप्ता की कुर्सी छिन गई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने गलत हलफनामे की वजह से उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया है। दरअसल, राखी गुप्ता ने अपने नामांकन के दौरान हलफनामे में गलत जानकारी दी थी। हलफनामे में राखी ने दो बच्चों का जिक्र किया था लेकिन कागजातों के मुताबिक उनके तीन बच्चे हैं। चुनाव आयोग ने इस मामले में डीएम को कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है, जिसके बाद राखी गुप्ता की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक कुमार ने सुनवाई के बाद गुरुवार आदेश जारी किया। फैसला आने के बाद छपरा के नगर निगम की राजनीति में हड़कंप मच गया है। राखी गुप्ता ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट की शरण में हैं। चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर दिया है, जिसका वह सम्मान करती हैं। अपना कानूनी पक्ष देखते हुए वह आगे का निर्णय लेंगी।
निर्वाचन आयोग के फैसला आते ही मेयर समर्थक उग्र हो गए और हंगामा करने लगे। मेयर राखी गुप्ता का कहना है कि उनके दो ही बच्चे हैं, तीसरे बच्चे को गोद लिया था। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट की शरण में हैं। निर्वाचन आयोग ने जो फैसला सुनाया है, उसका वह सम्मान करती हैं।
राखी गुप्ता पर दो से अधिक बच्चे होने का आरोप चुनाव के समय ही लगा था। पूर्व मेयर सुनीता देवी की ओर से पर्याप्त साक्ष्यों के साथ चुनाव आयोग में राखी गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद चुनाव आयोग ने राखी गुप्ता को नोटिस जारी किया था और जवाब मांगा था।