दिल्ली- यूपी पुलिस की नाक में दम करने वाला गिरोह गिरफ्तार
नई दिल्ली। दिल्ली- एनसीआर में डकैती और लूट की सिलसिलेवार वारदात को अंजाम देने वाला गिरोह आखिरकार मध्य जिला पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गिरोह के दो बदमाश यूपी के मुजफ्फरनगर निवासी मुहम्मद मुस्तकीम (25) और मेंहदी हसन (35) को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह के तीन सदस्य सुल्तान, सावेज और एक अन्य अभी फरार हैं। पुलिस ने बदमाशों के पास से लूट की कार, पिस्टल, सोने की चेन, अंगूठी और लूटा गया स्कूटर बरामद किया है। गिरोह का सरगना मुहम्मद मुस्तकीम है। मध्य जिले की पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान के मुताबिक, राजेंद्र नगर निवासी नितिन धवन से आठ जून की रात 10ः25 बजे राजस्थान नंबर की कार से चार बदमाश उतरे, जबकि पांचवां कार में बैठा रहा। चारों बदमाशों ने हथियार के बल पर नितिन से मारपीट कर सोने की चेन, कड़ा और अंगूठी उतरवा ली। इसकी कीमत दस लाख रुपये बताई गई। वारदात सीसीटीवी कैमरों में कैद मिली।
मामले की जांच के लिए वाहन चोरी निरोधक दस्ता (एएटीएस) के इंचार्ज एसआइ संदीप गोदारा, एसाइ माजिद खान, रवि शंकर, एएसआइ अजय, उमेद, कंवरपाल, राकेश प्रवीण, हवलदार अतुल, संदीप, धीरज, राजेश की टीम बनाई गई। इसके अलावा एक टीम एसएचओ राजेश बरार की देखरेख में एसआइ धर्मेंद्र, हवलदार प्रदीप और नरेंद्र की टीम का गठन किया गया। पुलिस टीमों ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इससे पता चला की पांच बदमाश हैं, जो गाजियाबाद के राजेंद्र नगर में दो जून को कार लूटी थी। बदमाश उसी कार से वारदात काे अंजाम दे रहे थे। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इस गिरोह द्वारा दिल्ली-एनसीआर में डकैती और लूट की नौ वारदातों को अंजाम दिया है। राजेंद्र नगर की घटना से पहले उसी दिन सुबह हरि नगर में एक युवक से सोने की चेन इसी कार में सवार होकर लूटी गई थी। यह गिरोह पश्चिम जिला, मध्य जिला, उत्तरी जिला और एनसीआर में भी सक्रिय था। लिहाजा सेंट्रल जिला की टीम ने पांच दिन तक लगातार काम करते हुए राजेंद्र नगर से डाबड़ी तक 20 किलोमीटर के दायरे को कवर करते हुए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले।
सीसीटीवी कैमराें के जरिये पुलिस वारदात में इस्तेमाल कार तक पहुंच गई, जो डाबड़ी के नाला रोड पर खड़ी थी। पुलिस टीम ने कार की निगरानी शुरू कर दी। दो युवक वहां आए और कार चलाकर ले जाने लगे। ऐसे में पुलिस ने दोनों को पीछा कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वो सिर्फ सोने के आभूषण पहने लाेगों को ही निशाना बनाते थे। गिरोह के सभी सदस्य दिल्ली में साड़ी बेचने के काम करने के अलावा लूट की वारदात करते हैं। ये सभी किराये पर रह कर दिन में साड़ी बेचते रात के समय में वारदात को अंजाम दिया करते थे। पुलिस फिलहाल गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।