नाबालिग बेटी की बरामदगी न होने से नाराज पिता ने की डीएम दफ्तर में आत्मदाह की कोशिश
प्रेमप्रकाश त्रिपाठी,(गाजियाबाद)। मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के संजय नगर सेक्टर-23 निवासी एक व्यक्ति ने सोमवार को डीएम दफ्तर में खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ित का आरोप है कि 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली उनकी 17 साल की नाबालिग बेटी 18 अप्रैल से लापता है। केस दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के एक युवक पर अपनी बेटी को गायब करने का आरोप लगाया था। पीड़ित ने मामले को लव-जेहाद से जोड़कर कलक्ट्रेट पर जमकर हंगामा काटा।
संजयनगर सेक्टर 23 निवासी धर्मेंद्र बेटी की बरामदगी न होने और नामजद आरोपित के खिलाफ कार्रवाई न होने पर कलक्ट्रेट पहुंचे और पीछे के रास्ते ये डीएम दफ्तर में दाखिल हो गए। वहां धर्मेंद्र ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। इससे पहले कि वह खुद को आग लगाते उससे पूर्व वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों ने उन्हें दबोच लिया। वहां से पुलिस धर्मेंद्र को हिरासत में लेकर मधुबन बापूधाम थाने ले गई। इससे पहले धर्मेंद्र ने सोमवार सुबह ही इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालकर आत्मदाह करने का एलान कर दिया था। इसके चलते पुलिस पहले से ही कलक्ट्रेट में तैनात कर दी गई थी। धर्मेंद्र पुलिस को चकमा देकर कलक्ट्रेट में प्रवेश कर गए।
घर पर ही मिला नामजद युवक पुलिस का कहना है कि धर्मेंद्र ने जिस युवक पर अपनी बेटी को बहला-फुसलाकर गायब करने का आरोप लगाया है वह युवक घटना के वक्त और बाद में अपने घर पर मौजूद मिला। धर्मेंद्र की बेटी 18 अप्रैल को लापता हुई थी। उन्होंने 20 अप्रैल को मधुबन बापूधाम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन किशोरी के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। वहीं पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि छात्रा स्वजन से नाराज होकर घर से गई है।
सीओ कविनगर के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। एसपी सिटी के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच टीम को भी किशोरी की तलाश में लगाया गया है। पीड़ित पिता के आरोपों की जांच कराई जाएगी और किशोरी को जल्द ही बरामद किया जाएगा। -मुनिराज जी, कार्यवाहक एसएसपी