एसडीएम की पिटाई से तहसील कर्मचारी की मौत, उपजिलाधिकारी समेत चार पर हत्या का मुकदमा
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कोतवाली क्षेत्र में उपजिलाअधिकारी (एसडीएम) की पिटाई से एक तहसील कर्मचारी की मौत के बाद बवाल मच गया है। मृतक के परिजनों का आरोप है की एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम की पिटाई से सुनील कुमार शर्मा गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिसके बाद उनकी इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया और मृतक कर्मचारी के बेटे की तहरीर पर एसडीएम समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या समेत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया पूरे मामले की जांच की जा रही है। इन धाराओं में दर्ज किया गया मुकदमा एफआईआर में जिन चार लोगों के ऊपर सुनील शर्मा के बेटे सुधीर शर्मा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उसमें धारा 302, 308, 323 452 और 504 लगाई गई है। वहीं घटना के बाद से एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम का सरकारी और प्राइवेट मोबाइल स्विच ऑफ है जिसके बाद डीएम नितिन बंसल ने कार्रवाई करते हुए एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह को तहसील से हटाकर मुख्यालय में अटैच कर दिया है। डीएम ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। लालगंज के नए एसडीएम की तैनाती भी कर दी गई है। मृतक कर्मचारी की जो फोटो सामने आई है, उसके और परिजनों ने जो आरोप लगाए हैं उस हिसाब से मृतक सुनील कुमार शर्मा लालगंज तहसील में नायब नाजिर के पद पर तैनात थे। 31 मार्च को एसडीएम पर उन्हें बुरी तरह पीटने का आरोप लगाया है। 1 अप्रैल को जब अंसारी की तबीयत खराब हुई तो उन्हें नजदीकी के अस्पताल में ले जाया गया जहां इलाज के दौरान 2 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल किया और एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा सुनील कुमार शर्मा की पीठ पर लाठी-डंडों से पीटे गए गंभीर चोटों के निशान थे। सुनील कुमार शर्मा ने मीडिया को दी बाईट में एसडीएम से माफी मांगने के बाद भी उनकी पिटाई करने की बात कही है, हालांकि एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। उनका कहना है की सुनील कुमार शर्मा अक्सर नशे में धुत रहता है और सरकारी आवास में हंगामा करता था। फिलहाल जिलाधिकारी ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं अब देखना होगा कि जांच में मौत का कारण क्या निकल कर आता है फिलहाल एसडीएम अभी सवालों के घेरे में हैं और उन्हें अब वहां से हटा भी दिया गया है।