दिल्ली में पानी टैंकरों की धांधली पर लगेगी रोक, जीपीएस वाले 1.1 हजार टैंकरों से होगी सप्लाई
There will be a ban on the malpractice of water tankers in Delhi, supply will be done through 1.1 thousand tankers with GPS
नई दिल्ली। टैंकरों के जरिए होने वाली पानी की सप्लाई के सिस्टम को सुधारने और निगरानी को बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार एक नई पहल करने जा रही है। इसके तहत रविवार, 20 अप्रैल को बुराड़ी स्थित संत निरंकारी मैदान से 1111 वॉटर टैंकर के विभिन्न इलाकों के लिए रवाना किए जाएंगे। ये सभी टैंकर जीपीएस से लैस होंगे, जिससे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बैठकर इनकी हर समय और लगातार निगरानी की जा सकेगी।
जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह का कहना है कि गर्मियों के मौसम में जल संकट को दूर करने और जनता को समय पर जल आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है। जीपीएस से लैस ये 1111 टैंकर सबसे पहले उन इलाकों में भेजे जाएंगे, जहां जल संकट गंभीर है या पाइपलाइन के माध्यम से आपूर्ति संभव नहीं है। हर टैंकर में हाई-टेक जीपीएस सिस्टम लगाया गया है, जिससे उनकी रियल टाइम ट्रैकिंग की जा सकेगी। इन टैंकरों की निगरानी के लिए एक अत्याधुनिक कमांड सेंटर भी बनाया गया है, जहां से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पानी निर्धारित समय पर, सही स्थान पर और पारदर्शी तरीके से पहुंचे।
प्रवेश ने कहा कि यह नई व्यवस्था जल मंत्रालय की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत दिल्ली में जल वितरण प्रणाली को आधुनिक बनाया जा रहा है। इससे पानी की चोरी और बर्बादी को रोकने और अनियमित वितरण पर सख्ती से नजर रखने में भी मदद मिलेगी। कमांड सेंटर से मिली जानकारियों के आधार पर टैंकरों की लोकेशन, डिलिवरी का समय और उनकी स्पीड की पूरी जानकारी हर समय उपलब्ध रहेगी।
उन्होंने कहा कि ‘सभी को पानी, समय पर पानी’ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को साकार करने के लिए हम पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं। दिल्ली को जल संकट से मुक्त करने की दिशा में जो कुछ भी जरूरी होगा, वो हम करेंगे। हमारा संकल्प है कि राजधानी का कोई भी नागरिक पानी से वंचित न रहे। सरकार हर बस्ती, कॉलोनी और मोहल्ले तक पानी पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। सरकार का यह प्रयास दर्शाता है कि तकनीक के माध्यम से नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सकता है।