दिल्ली के नंदनगरी की पूजा शर्मा ने 6 हजार लावारिस शवों का कराया अंतिम संस्कार, बागपत डीएम ने दी 8 लाख की एंबुलेंस
Pooja Sharma of Nandnagari, Delhi got 6000 unclaimed bodies cremated, Baghpat DM gave an ambulance worth 8 lakhs
बागपत/उत्तर प्रदेश। दिल्ली के नंदनगरी की पूजा शर्मा की एक सोच ने उनको लावारिस शवों की बारिश बना दिया। पूजा शर्मा आज तक करीब 6 हजार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में मिलने वाले लावारिस शवों को पूजा शर्मा किराए के वाहन से ले जाती है और उनका अंतिम संस्कार कर अस्थियां हरिद्वार गंगाजी में प्रवाहित करती हैं। ये देखकर बागपत डीएम ने पूजा को 8 लाख रुपये की एंबुलेंस मदद के लिए दी है।
पूजा शर्मा दिल्ली के नंदनगरी की रहने वाली हैं। डीएम बागपत को उन्होंने बताया कि 2019 में दिमाग की नश फटने से उनकी मां की मौत हो गई थी। 13 मार्च 2022 को नंदनगरी में एक झगड़े के दौरान उसके भाई को गोली मार दी। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। भाई की मौत का सदमा पिताजी सहन नहीं कर सकें ओर कोमा में चले गए। पूजा ने ही अपने भाई के शव का अंतिम संस्कार किया ओर शिवलिंग पर माथा रखकर रोई। रोते समय मन मे कई ख्याल आया, सोचा जिनके परिवार में कोई नहीं होता उनका अंतिम संस्कार कौन करता होगा। बस यहीं से पूजा ने ठान लिया कि अब लावारिश शवों का वह अंतिम संस्कार करेगी।
पूजा शर्मा का कहना है कि ढाई साल में वह अब तक करीब 6 हजार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं। इनकी अस्थियां हरिद्वार गंगाजल में प्रवाहित भी कर दी हैं।
बागपत डीएम से मिली आठ लाख की एंबुलेंस
पूजा शर्मा ढाई साल से अपने काम को एंजाम दे रही थीं, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। बागपत डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को जब पूजा शर्मा के कार्य की जानकारी हुई तो उन्होंने मदद का हाथ बढ़ाया। आईएएस जितेंद्र प्रताप सिंह ने पूजा शर्मा को बागपत कलेक्ट्रेट बुलाया, आठ लाख की एंबुलेंस की चाबी और आरसी पूजा को सौंपते हुए कहा कि समाज और राष्ट्र हित में अपने कदम बढ़ाते रहना। यह सब पाकर पूजा शर्मा की आंखे नम हो गई। पूजा शर्मा बोली मेरी ऐसी मदद किसी डीएम ने नहीं की, मुझे आप पर गर्व है।
एक लेख ने आईएएस का कर दिया ह्रदय परिवर्तन
पूजा शर्मा की मार्मिक कहानी ने एक आईएएस के ह्रदय पर गहरा असर दिखाया। उन्होंने अंग्रेजी के एक लेख में पढ़ा था कि पूजा शर्मा कैसे अपने परिवार के दुख उठाकर दूसरों के लिए समर्पित हो गई है। किराए की गाड़ी से लावारिस शवों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाती हैं, उनका खर्चा उठती हैं। एक महिला जब इतना साहस कर सकती है तो क्यो न उसका होंसला बढ़ाया जाए और उसकी मदद की जाए। तभी डीएम बागपत जितेंद्र प्रताप सिंह ने जनसहयोग लेकर 8 लाख की एंबुलेंस की व्यवस्था कराई और पूजा शर्मा को सौंप दी।