दिल्ली के साप्ताहिक बाजारों में पुलिस के नाम पर अवैध वसूली को लेकर अधिकारियों ने साधी चुप्पी
दिल्ली ब्यूरो। राजधानी दिल्ली में सालों से लगता आ रहे हैं साप्ताहिक बाजारों में पुलिस के नाम पर अवैध वसूली को लेकर दिल्ली सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, सभी अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। अपना नाम न छापने की शर्त पर साप्ताहिक बाजार लगाने वाले दुकानदारों ने बताया हम दिल्ली में बीते कई वर्षों से साप्ताहिक बाजार लगाते आ रहे हैं, मगर हमें सरकारी जमीनों पर कुछ घंटे के लिए रोजाना अपनी दुकान लगाने के लिए ठिए का किराया और पुलिस के नाम पर 50 रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक देने पड़ते हैं। हम इतने ज्यादा पढ़े लिखे नहीं होते कि हमें सरकार कोई नौकरी दे सके। साप्ताहिक बाजारों में दुकान लगाकर हम एक दिन में इतना कमा सकते हैं कि अपने बच्चों का पेट पाल सके। दूसरे दुकानदारों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम दुकानदारों से पुलिस के नाम पर दलाल और दिल्ली नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारी आए दिन उगाई करते रहते हैं। अगर हम दलालों को पैसे ना दे तो वह बाजार नहीं लगने देते पुलिस वालों और नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारियों को बुलवाकर हमारा रोजगार बंद करवा देते हैं। साप्ताहिक बाजार लगाने वाले दुकानदारों ने बताया हमने दिल्ली सरकार में आम आदमी पार्टी से बहुत उम्मीद लगाई थी कि अब इन भ्रष्ट दलालों से हमें राहत मिलेगी। मगर अब तो दिल्ली नगर निगम के अंदर दिल्ली सरकार भी आ गई है, मगर आम आदमी पार्टी के विधायक और निगम पार्षद भी हम दुकानदारों के बारे में नहीं सोचते। अगर दुकानदार रिश्वत नहीं देते तो पूरा बाजार बंद हो जाता है। आरोप है कि पुलिस और दलालों की मिली भगत से दुकानदार बहुत परेशान हैं। अब तो हम माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी से ही उम्मीदें लगाए बैठे हैं कि इन दलालों से हमें छुटकारा दिलवाएं। दुकानदारों ने बताया बरसात के समय तो हमारी दुकानों में काम नहीं होता मगर इन दलालों को मजबूरन पैसे पूरे देने पड़ते हैं, हम रोजाना अलग-अलग क्षेत्र में बाजार लगाकर अपने परिवार का पेट पालते हैं।
सूत्रों के अनुसार शिकायत देने के बाद भी स्थानीय पुलिस कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। उल्टे जिन दुकानदारों ने अवैध उगाही का विरोध किया और पुलिस से शिकायत की तो उनकी बाजार में दबंग माफिया पुलिस के सहयोग से दुकान नहीं लगने देते हैं। जब भी वेंडर बाजार में दुकान लगाने जाते हैं तो उक्त दबंग माफिया अपने सहयोगी गुंडो को लेकर उन्हें मारपीट कर गाली गलौज कर भगा देते हैं। दबंग माफियों पर कारवाई करने के बजाय पुलिस उल्टे पीड़ितों को ही धमकाती है। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली बनाने के लिए दबंग माफिया एवं अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस उसके विपरीत ही कार्य कर रही है।