दिल्ली के मंडोली में यूट्यूब से सीखकर खोली फैक्ट्री और बना डाले 1 लाख नकली सिक्के
Opened a factory in Delhi after learning from YouTube and made 1 lakh fake coins
नई दिल्ली। यमुनापार के मंडोली इलाके में एक 20 रुपये का नकली सिक्का बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई है। स्पेशल सेल ने मास्टरमाइंड ईस्ट रोहताश नगर निवासी आकाश राठौर (27) और मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी सर्वेश यादव (24) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनसे एक लाख 70 हजार रुपये वैल्यू के नकली सिक्के बरामद किए हैं। पुलिस का दावा है कि ये मार्केट में अब तक करीब 20 लाख रुपये वैल्यू के एक लाख सिक्के खपा चुके हैं। डीसीपी मनोज सी. ने बताया कि एसीपी संजय दत्त की देखरेख में बनी इंस्पेक्टर चंद्रिका प्रसाद और सतबीर सिंह की टीम ने बुराड़ी के उत्तराखंड एनक्लेव से आरोपियों की गिरफ्तारी 23 मार्च को की। आकाश से नकली सिक्के लेने सर्वेश इंदौर से आया था। पुलिस ने एक लाख 60 हजार रुपये वैल्यू के 20 रुपये के नकली सिक्के रिकवर किए। ये असली सिक्के की तुलना में हलके और चमकदार थे। इन पर राष्ट्रीय प्रतीक भी काफी साफ छपा था। ये असली के मुकाबले ज्यादा उबड़-खाबड़ थे।
पूछताछ में आरोपी आकाश ने पुलिस को बताया कि वो अपने सहयोगियों के साथ नकली सिक्के बनाने और उन्हें सप्लाई करने का काम करता है। अब तक दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 20 लाख रुपये से ज्यादा की वैल्यू के 20 रुपये के नकली सिक्के खपा चुका है। पुलिस ने मंडोली के मिलन गार्डन स्थित इसकी फैक्ट्री में छापेमारी की। वहां से 20 के नकली 500 सिक्के, सिक्के बनाने की डाई, अयोध्या राम मंदिर के नकली कॉइन और भारी तादाद में कच्चा माल बरामद किया।
मास्टरमाइंड आकाश राठौर सीलमपुर में पला-बढ़ा। डीयू से 2016 में ग्रैजुएशन करने के बाद वो वेलकम स्थित एक फोटो कॉपी शॉप पर करने लगा। वो 2019 में थर्ड पार्टी इंश्योरेंस करने वाली कंपनी में 40 हजार रुपये सैलरी और कमिशन पर काम करने लगा। वो पांच लाख रुपये शेयर मार्केट में गंवा बैठा। यू-ट्यूब से नकली सिक्के बनाने का तरीका सीखा और दिसंबर 2022 में मंडोली में किराए पर लेकर फैक्ट्री खोल ली।