उत्तर पूर्वी दिल्ली की एएटीएस टीम ने ऑटो लिफ्टिंग गैंग का किया पर्दाफाश
नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली की एएटीएस की टीम ने वाहन चोरी कर उसके पार्ट्स को बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह भोले भाले युवकों को पैसे की लालच देकर गैंग में शामिल करके वाहन चोरी करवाता था। पुलिस ने इस गिरोह में शामिल तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर अलग-अलग इलाके से चुराई गई तीन स्कूटी, चार मोटरसाइकिल और वाहनों के पुर्जे बरामद किए गए हैं। फिलहाल, पुलिस इस गिरोह के मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान कबीर नगर निवासी राजा और वेलकम निवासी दिलनवाज और आसिफ के तौर पर हुई है। डीसीपी ने बताया कि वेलकम इलाके में हुई वाहन चोरी की जांच के लिए जिला की एएटीएस की टीम जुटी हुई थी। जांच के दौरान पुलिस टीम को दोपहिया वाहनों की चोरी और पुर्जे बिक्री में शामिल सिंडिकेट के बारे में जानकारी मिली। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव के नेतृत्व में पिल्ली मिट्टी पुलिया के पास जाल बिछाया गया।
शाम करीब साढ़े छह बजे लाल रंग की स्कूटी से एक युवक आते हुए दिखा। टीम ने युवक को जांच के लिए रोका लेकिन वह भागने का प्रयास करने लगा। ऐसे में पुलिस ने पीछा करके युवक को पकड़ लिया। जब पुलिस ने स्कूटी के कागजात दिखने को कहा तो युवक उपलब्ध नहीं करा सका. इसके बाद स्कूटी की जांच कराई गई। जिसमें स्कूटी दरियागंज इलाके से चोरी होने का पता चला। युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ करने लगी। जिसमें उसने बताया कि वह रहमान नाम के व्यक्ति के गिरोह में काम करता है।
आरोपी ने बताया कि यह गिरोह वाहन चोरी करने के बाद उसके स्पेयर पार्ट्स बेचने का धंधा करता है। उसने खुलासा किया कि वे इन चोरी के वाहनों को 2500 रुपये में गिरोह के सदस्य आसिफ को बेच दिया करते थे। पुलिस ने उसके निशानदेही पर वेलकम इलाके में छापेमारी की। जहां से आसिफ अब्दुल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पुलिस को गोदाम से पुलिस को चोरी के कई वाहन मिले। वहीं आसिफ से पूछताछ करने पर बताया कि रहमान उर्फ फूल के कहने पर वह युवाओं को पैसे का लालच देकर ऑटो लिफ्टिंग करवाता था।