रेप के आरोप में पकड़ा गया ‘बाबा’ कैसे बना महंत, जानिए सीताराम दास के ‘साधु’ बनने की कहानी

रीवा। सर्किट हाउस में राज निवास में रेप कांड पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घटना के मुख्य आरोपी समर त्रिपाठी उर्फ कथित महंत सीतारामदास महाराज की कहानी भी अजब गजब है, इसने संत चोला पहनने के बाद अपने कई नाम रख लिए थे आरोपी कथित महंत सीताराम महाराज के कई नाम भी हैं। जिनमें विद्यारण्य त्रिपाठी, अंकित त्रिपाठी, समर त्रिपाठी के नाम से भी जाना जाता है। आरोपी एक मंदिर का सेवादार था लेकिन स्वयं को महंत घोषित कर लिया था। आरोपी विद्यारण्य त्रिपाठी मूल नाम से पहली से कक्षा 10वीं तक पढ़ाई रीवा गुढ के गणेश उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में की थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक आरोपी स्कूल में पढ़ाई के दौरान लड़ाई झगड़ा करता था, 12वीं में फेल होने के बाद 2016 में आरोपी को मिलेनियम कॉलेज भोपाल में पॉलिटेक्निक की पढ़ाई के लिए पिता ने एडमिशन कराया था। आरोपी के पिता सच्चिदानंद त्रिपाठी गरीब है, वह भोपाल में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड है, मां भोपाल में टिफिन सेंटर चलाती है। एक-एक पैसे जोड़कर इंजीनियरिंग कराने के लिए खर्च किया। लेकिन यहां भी गुंडागर्दी करने लगा बीच में ही पॉलिटेक्निक की पढ़ाई छोड़ दी। स्थानीय लोगों के मुताबिक जब इसकी आसामाजिक गतिविधियां बढ़ गई तो आरोपी के माता-पिता अपने चाचा संत राम विलास वेदांती को अपने साथ रखने को कहा आरोपी के पिता सच्चिदानंद त्रिपाठी के कहने पर संत राम विलास वेदांती द्वारा वर्ष 2018 में गोंडा के किसी मंदिर में पुजारी काम दिया गया लेकिन उसने वहां भी झगड़ा किया।

जानकारी में आया है कि आरोपी कथित महंत ने उत्तर प्रदेश के गोंडा में जब पुजारी था तो यूपी में पंचायत चुनाव के दौरान अपने ही एक साथी महंत पर कातिलाना अंदाज से हमला करवा दिया था। इसमें वह 6 महीने तक जेल में भी रहा है। इसके बाद इसे वहां से हटा दिया गया। बाद में वशिष्ठ भवन ट्रस्ट में सेवादार बनकर रहने लगा था। आरोपी कथित महंत सीताराम दास अपने गृह जिले रीवा में धर्म प्रचारक बनकर 6 माह पूर्व आया था। राष्ट्रीय हिंदू युवा वाहिनी का धर्म प्रचारक बना हुआ था। लेकिन वह यहां श्रीमद्भागवत गीता की जगह रासलीला करने लगा। बताया गया कि आरोपी राम विलास वेदांती का नाती स्वयं को बता कर यूपी के राजनेताओं से संपर्क बना लिए थे, जिसका वह भरपूर लाभ भी उठाता था। इतना ही नहीं अधिकारियों से भी अच्छे संबंध बना लिया था, इन्हीं संबंधों के दम पर वह छोटे अधिकारियों पर दबाव बनाकर काम भी कराने लगा था।रीवा में पिछले 6 महीना में उसने संत का चोला पहनकर रीवा की राजनीति में प्रभाव जमाना शुरू कर दिया था। यहां कुछ खास लोगों के साथ मिलकर शराब पार्टी करने लगा महंगे होटलों में रहता था, रासलीला करता था। गुढ़ में भी इसके एक लड़की से संबंध है कुछ दिन पहले यहां भी विवाद की स्थिति निर्मित हुई थी। मामला थाने तक पहुंचा था लेकिन अपने रसूख का प्रयोग करके मामले को दबा लिया था। आरोपी के कई ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं जिससे उत्तर प्रदेश के गोंडा में पदस्थ एसएचओ संदीप सिंह को धमकी दे रहा अभी कथित बाबा की कई परतें खुलने है, अभी तो बाबा के साथ रीवा सहित प्रदेश के कई लोग शामिल है इसका खुलासा होना अभी बाकी है। लेकिन रीवा पुलिस भोपाल सहित कई महानगरों में इस कांड में शामिल आरोपियों की तलाश में लगातार छापे मार करवाई कर रही है। कथित बाबा समर त्रिपाठी एवं उसके सहयोगी विनोद पांडे को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो नामजद आरोपी अभी फरार है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button