आइपीएल के नाम पर सट्टा खिलवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश,छह गिरफ्तार
नोएडा। इंडियन प्रीमियर लीग और विधानसभा चुनाव परिणाम जैसे अन्य बड़े आयोजनों पर सट्टा खिलवाने वाले गिरोह के छह आरोपितों को शनिवार को फेस वन कोतवाली पुलिस ने दबोच लिया। आरोपितों के पास से दो कार, एक लैपटाप,12 मोबाइल, एक लाख 64 हजार की नकदी सहित अन्य दस्तावेज बरामद हुआ है। आरोपितों की पहचान बुलंदशहर निवासी इमरान उर्फ नजीर,अखिलेश पालिवाल,जावेद,मोहसिन,परवेज और ताहिर के रूप में हुई है। नजीर और अखिलेश मिलकर सट्टा गिरोह को आपरेट कर रहे थे। गिरोह का एक और मास्टरमाइंड पोंटी फरार है। गिरोह में कई अन्य आरोपितों के शामिल होने की आशंका है। गिरफ्त में आने वाले सभी आरोपितों ने महज 8वीं से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है।एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि आरोपितों के पास दुबई से मोबाइल पर एक लिक आता है जिसे लाइन के नाम से जाना जाता है। इसके बाद मोबाइल को म्यूट कर दिया जाता है एवं मोबाइल का स्पीकर आन कर लिक पर बाल बाय बाल मैच की सूचना प्राप्त होती है। सेशन व मैच प्रारंभ होने के बाद मैच पर बोली लगने से सट्टा प्रारंभ हो जाता है। आरोपितों द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव वर्ष-2022 में भी सभी पार्टियों पर हार-जीत का सट्टा लगाया गया था एवं मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस पर भी सट्टा लगा था। जिलेवार विधानसभा सीट जीतने और हारने पर भी आरोपितों द्वारा सट्टा लगवाया जाता था।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपितों के तीन खातों से लगभग चार लाख रुपये सीज किए गए हैं। इनके द्वारा हर रोज करीब दस लाख रुपये का सट्टा खिलवाया जाता है। सट्टे में आरोपितों द्वारा कम से कम पांच हजार और अधिकतम 50 हजार रुपये का सट्टा खिलवाया जाता है। प्रतिदिन 50 से 60 लोग सट्टा लगाते है। आरोपितों द्वारा अलग-अलग लोकेशन बदल कर दिल्ली, नोएडा, बुलंदशहर, गाजियाबाद सहित अन्य शहरों में भी सट्टा खिलाया जाता है। एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि तीन साल पहले तक गिरोह का सरगना नजीर बुलंदशहर में कबाड़ी का काम करता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात अखिलेश से हुई। अखिलेश और नजीर ने मिलकर एक गिरोह बनाया और सट्टा खिलवाना प्रारंभ किया। सट्टे का धंधा जब चल निकला तो नजीर ने कबाड़ी का काम छोड़ दिया। दोनों ने इस धंधे से लाखों की रकम कमाई है। आरोपितों के खाते की जानकारी पुलिस जुटा रही है।आरोपितों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह अपने ठिकानों के अलावा नोएडा और गाजियाबाद के होटलों में भी कमरा किराये पर लेते थे और वहां सट्टा खिलवाते थे। पुलिस उन होटलों की पहचान कर रही है। जांच के बाद होटल संचालकों पर कार्रवाई होगी।