बंद किए जाएंगे रामलीला मैदान में बनाए गए कोविड केयर सेंटर
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखकर नई दिल्ली और पूर्वी दिल्ली स्थित रामलीला मैदान में बनाए गए 500-500 आइसीयू बेड के कोविड केयर सेंटरों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय राजधानी में कोरोना की संक्रमण दर में कमी आने के कारण लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर में कमी आने और कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में पर्याप्त बेड की उपलब्धता को देखते हुए अब इन कोविड केयर सेंटरों की आवश्यकता नहीं है। इसलिए इन्हें बंद करने का निर्णय लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली स्थित रामलीला मैदान में बनाया गया कोविड केयर सेंटर लोक नायक अस्पताल और पूर्वी दि्ल्ली के रामलीला मैदान में बनाया गया कोविड केयर सेंटर गुरू तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल से संबद्ध था। लोक नायक अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार तीन मार्च को मिले स्वास्थ्य विभाग के आदेश के बाद ही सेंटर से सामान हटाना शुरू कर दिया गया था। यहां काफी समय से मरीज भी नहीं थे। यहां के 250 बेड इंदिरा गांधी अस्पताल को दिए गए हैं, जबकि 1500 बेड और 100 वेंटीलेटर लोक नायक अस्पताल ने अपने पास रखे हैं। वहीं, कंप्यूटर सहित अन्य काफी सामान किराए पर लिया गया था उसे भी वापस कर दिया गया है। जल्दी ही सेंटर को पूरी तरह खाली कर दिया जाएगा।
इसके साथ ही यहां लगे आक्सीजन स्टोरेज टैंकों को आवश्यकतानुसार स्थानांतरित किया जाएगा। वहीं, जीटीबी अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार यहां के कोविड केयर सेंटर के बेड भी दूसरे अस्पतालों में जहां जरूरत होगी दिए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि दूसरी लहर में आइसीयू और आक्सीजन बेड की कमी को लेकर मचे हाहाकार के बाद सरकार द्वारा ये दो बड़े कोविड केयर सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया था, जिनमें एक हजार आइसीयू बेड तैयार कराए गए थे। हालांकि, तीसरी लहर के दौरान बहुत कम मरीजों को अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने की जरूरत पड़ी। इन सेंटरों में भी कम ही मरीज पहुंचे थे।