पिता की हत्या, भाई को टॉर्चर, बलूचिस्तान की ‘शेरनी’ महरंग बलूच को पाकिस्तान में किया गया गिरफ्तार
Father murdered, brother tortured, Balochistan's 'lioness' Mehrang Baloch arrested in Pakistan
- महरंग बलूच को पाकिस्तान में किया गया गिरफ्तार
- क्वेटा में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने महरंग को किया गिरफ्तार
- महरंग के पिता को सेना ने गोली मारकर कर दी थी हत्या
क्वेटा/एजेंसी। पाकिस्तान सेना के आदेश पर बलूचिस्तान आंदोलन का चेहरा बन गई महरंग बलूच को गिरफ्तार कर लिया गया है। पाकिस्तानी सेना के आदेश पर क्वेटा की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है और गिरफ्तारी के बाद से वो गायब हैं। उनकी कोई जानकारी नहीं मिल रही है। बलूच यकजेहती समिति की नेता महरंग बलूच बलूचिस्तान में पाकिस्तान सरकार के दमन के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शनों की आवाज हैं। उन्हें उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वो बलूच समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ धरना प्रदर्शन में हिस्सा ले रही थीं। वह पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी सरकार के क्रूर शासन के खिलाफ विरोध कर रही थीं। लेकिन अब सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या महरंग बलूच वापस लौट पाएंगी। क्योंकि पाकिस्तानी सेना हजारों बलूचों को ऐसी ही गिरफ्तार करने के बाद गायब कर चुकी है।महरंग बलूच उस वक्त सुर्खियों में आई थीं जब बलूचिस्तान में बलूचों की होने वाली हत्याएं और उन्हें गायब किए जाने के खिलाफ दिसंबर 2023 में उन्होंने प्रदर्शन किया था। उस दौरान उन्होंने लॉन्ग मार्च निकाला था, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। महरंग बलूच ने अपने प्रदर्शन के दौरान बलूचिस्तान के तुर्बत से इस्लामाबाद तक 1600 किलोमीटर तक का मार्च निकाला था, जिसमें हजारों बलूच महिलाओं और बलूच के लोगों ने हिस्सा लिया था।
महरंग बलूच क्या जिंदा लौट पाएंगी, ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि उनके पिता को भी पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने ऐसे ही गिरफ्तार किया था और बाद में उनकी हत्या कर दी थी। बलूचिस्तान में सैकड़ों युवाओं को ऐसे ही गिरफ्तार करने के बाद पाकिस्तानी सेना ने हत्या कर दी है। उनके भाई को भी गिरफ्तार किया गया था और खतरनाक टॉर्चर किया गया था। महरंग बलूच का कहना है कि बलूचिस्तान में आतंकवाद की वजह पाकिस्तान की सेना है, जिसने हजारों युवाओं को मार डाला है, जिसके खिलाफ बलूचों का गुस्सा फूट पड़ा। महरंग बलूच बलूचों के गुस्से को जायज मानती हैं और उनकी मांग रही है कि पाकिस्तान की सेना, गायब बलूच युवाओं को रिहा करे। पाकिस्तान की सेना बलूच युवाओं को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें आतंकवादी ठहराकर उनकी हत्या कर देती है।
2023 में महरंग बलूच ने उस वक्त आंदोलन शुरू किया था जब बालाच मोला नाम के एक शख्स को पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार करने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी। पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि बालाच मोला की मौत झड़प में हुई है, लेकिन बलूचों का कहना है कि पाकिस्तान की सेना ने उसे गिरफ्तार किया था और जिस वक्त उसकी हत्या की गई, वो हिरासत में था। लेकिन पाकिस्तान की सरकार उन्हें बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) जैसे अलगाववादी समूहों का मुखौटा कहती है। लेकिन महरंग का कहना है कि उनका आंदोलन अहिंसक है और मानवाधिकार के लिए है।
महरंग बलूच का जन्म बलूचिस्तान के एक मुस्लिम परिवार में हुआ। वो एक डॉक्टर हैं और उनकी पांच बहने और एक भाई हैं। उनके पिता अब्दुल गफ्फार बलूच एक मजदूर थे, जिनकी पाकिस्तानी सेना ने हत्या कर दी थी। उनके पिता को 2009 में पाकिस्तानी सेना ने कराची में उस वक्त अगवा किया था, जब वो एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हो रहे थे। जब पिता की हत्या की गई थी उस वक्त महरंग बलूच सिर्फ 16 साल की थीं। 2011 में उनके पिता की लाश मिली थी जिसपर क्रूरता के गंभीर निशान मौजूद थे। उनके भाई को 2017 में सेना ने अपहरण किया था और तीन महीने तक गायब रखा था। उनके भाई को मरनासन्न अवस्था में रिहा किया गया था। पिछले कुछ सालों से डॉ महरंग बलूच, बलूचिस्तान में चलने वाले बलूच आंदोलन का सबसे प्रमुख चेहरा बन चुकी हैं।
महरंग बलूच को लोगों का जबरदस्त समर्थन है, जिससे पाकिस्तान की सरकार परेशान हुई है। पाकिस्तान की सरकार महरंग बलूच के खिलाफ एक्शन लेने से अभी तक बचती रही है, लेकिन अब जब बलूचिस्तान में स्थिति विस्फोटक हो चुकी है और लग रहा है कि स्थिति पाकिस्तान सरकार के हाथों से निकल रही है, तो पाकिस्तान की सेना कुछ भी कर सकती है। लेकिन बलूचिस्तान के मौजूदा हालातों से लगता है कि अगर महरंग बलूच की हत्या की जाती है तो पाकिस्तान सरकार के लिए स्थिति विकराल हो सकती है और फिर बलूचिस्तान को बचाना सरकार के लिए मुश्किल हो जाएगा।