फतेहपुर में गालीबाज डॉक्टर पर हुई कार्रवाई, घूस लेने का वीडियो भी हुआ था वायरल
Action taken against abusive doctor in Fatehpur, video of him taking bribe also went viral
फतेहपुर/उत्तर प्रदेश। महिला रोग विशेषज्ञ और गालीबाज डाॅक्टर पर कार्रवाई हो गई। उन पर आरोप है कि उन्होंने शासन-प्रशासन, डीएम और सीएमओ के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यही नहीं सीएमएस को 40 हजार मासिक देने का आरोप लगाया था। खुद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। स्त्रीरोग विशेषज्ञ पंडुरी कुमार गुप्ता (डॉ. पीके गुप्ता) डॉक्टर का ऑपरेशन के लिए रुपये लेने का वीडियो भी वायरल हुआ था। उसके खिलाफ बीजेपी नेता ने पत्नी के अंदरुनी अंगों को परिभाषित करने का मुकदमा दर्ज कराया था। डॉक्टर जमानत मिलने पर जेल से बाहर आया था। शासन स्तर पर इस मामले की सूचना देर से देने पर सीएमओ डॉ राजीव नयन गिरि से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जिला महिला अस्पताल में डॉ. पीके गुप्ता सर्जन थे। 15 नवंबर को उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें वह डॉक्टरों की कमी को लेकर सरकार, सीएमओ, डीएम व अन्य उच्चाधिकारियों को गाली दे रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने सीएमएस को हर महीने 40 हजार रुपये देने की बात कही थी। जिसकी रिकार्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इससे नाराज होकर 16 नवंबर की रात डॉ. पीके गुप्ता ने मलवां क्षेत्र के एक भाजपा नेता को फोन किया। फोन पर गाली गलौज की। उसकी पत्नी का पूर्व में डॉक्टर ने इलाज किया था। फोन पर ही डॉक्टर ने पत्नी के अंदरुनी अंगों का गलत लहजे में परिभाषित किया। उसे 24 घंटे में जान से मरवाने की धमकी दी। बीजेपी नेता ने मामले की डीएम से शिकायत की तो मलवां पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।
उधर डीएम ने सीएमओ व सीएमएस से भी जांच कराई थी। मामला डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तक पहुंचा था। इस पर डिप्टी सीएम ने एक्स पर पोस्ट कर डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई को नजीर बनाने की बात कही थी। अब जांच के बाद डॉक्टर पीके गुप्ता को निलंबित कर दिया गया। मलवां थाना क्षेत्र के रहने वाले एक बीजेपी नेता ने बताया कि बहू प्रसव के लिए 12 नवंबर को जिला महिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। उसने गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. पीके गुप्ता से प्रसव के संबंध में वार्ता की थी। डॉक्टर बोले कि वह 24 घंटे की ड्यूटी के बाद लौटे हैं। वह नहीं पहुंच सकते हैं। डॉक्टरों की कमी को लेकर सरकार, सीएमओ, डीएम व अन्य उच्चाधिकारियों को गाली गलौज की। उसने एक-दो लोगों को रिकार्डिंग शेयर की थी। रिकार्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।