पूर्व सीएम और आईपीएस का आपत्तिजनक वीडियो अपलोड करने वाला यूट्यूबर शाकिर गिरफ्तार
व्यूज और शेयर के लिए अपलोड़ करता था फर्जी वीडियो
खंडवा/मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती और एक महिला आईपीएस अधिकारी के फर्जी वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने वाले युवक को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक का नाम शाकिर खान है और वह खंडवा का रहने वाला है। 20 वर्षीय आरोपी शाकिर खान ने सोशल मीडिया पर अधिक व्यूज और शेयर आकर्षित करने के लिए इन वीडियो का इस्तेमाल किया, जिससे उसे अच्छी खासी रकम कमाने में मदद मिली। इस मामले में एडिशनल डीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने अधिक जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यूट्यूब पर पूर्व सीएम और पूर्व आईपीएस अफसर से जुड़े वीडियो वायरल होने की शिकायत मिली थी। मामले की जांच के लिए गठित विशेष टीम ने तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से खंडवा के लाहड़पुर गांव निवासी खान उर्फ पाजी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
शाकिर खान ने पुलिस को बताया कि वह खेती-किसानी से जुड़ा था और स्नातक की डिग्री हासिल कर रहा था। पुलिस ने कहा, पिछले छह महीने से वह यूट्यूब पर मॉर्फ्ड वीडियो एडिट और अपलोड कर रहा था। खान ने 300 से अधिक ऐसे वीडियो अपलोड करने की बात स्वीकार की। क्राइम ब्रांच ने उसके बैंक खाते से 9,000 रुपये भी जब्त किए, जो इन वीडियो से उसकी कमाई का हिस्सा बताया जा रहा है।
वीडियो में दावा किया गया है कि, ‘2000 बैच की तेज तर्रार आईपीएस दीपा दिवाकर मौदगिल उर्फ डी रूपा जिस राज्य में होती हैं, वहां कोई भी कानून का उल्लंघन नहीं कर सकता और यह चर्चा में तब आ गईं जब इन्हें पता चला कि एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ठेकेदारों से जबरदस्ती पैसे मांग रही हैं। तभी रूपा, मुख्यमंत्री के घर नौकरानी बनकर पहुंच गई।
जैसे ही उन्होने मुख्यमंत्री को ठेकेदारों से पैसे मांगते देखा, तभी अपना असली चेहरा दिखाया तो सभी के होश उड़ गए। डी रूपा ने मुख्यमंत्री को उनके ही घर से गिरफ्तार कर लिया। तो अब आप बताइये, क्या हर आईपीएस ऑफिसर को अपना काम ऐसी ही ईमानदारी से करना चाहिये?’