दिल्ली में ओवरएज गाड़ियां होने लगीं ज़ब्त, पहले दिन 120 गाड़ियां जब्त हुईं

अब तेज़ होगा एक्शन

नई दिल्ली। कमिशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) की तरफ से जारी किए गए स्पष्टीकरण के बाद ट्रांसपोर्ट विभाग ने सोमवार से अपनी उम्र पूरी कर चुके ओवरएज/एंड ऑफ लाइफ गाड़ियों को जब्त करने की मुहिम फिर से शुरू कर दी है। सीएक्यूएम के डायरेक्टर (टेक्निकल) आरके अग्रवाल ने पिछले हफ्ते ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को एक पत्र लिखकर साफ किया था कि पुरानी गाड़ियों के मामले में क्या कार्रवाई करनी है? इसी आधार पर डी-रजिस्टर्ड की जा चुकी 55 लाख गाड़ियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया था। उसी के बाद सोमवार से विभाग के एनफोर्समेंट विंग की टीमें फिर से सक्रिय हो गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन टीमों ने पहले ही दिन करीब 120 गाड़ियां जब्त कर लीं, जिनमें 94 फोर वीलर , 9 थ्री वीलर और 14 टू वीलर के अलावा एक छोटा ट्रक भी शामिल था।

ट्रांसपोर्ट विभाग के सूत्रों ने बताया कि सोमवार को एनफोर्समेंट विंग की 18 टीमों को फील्ड में भेजा गया था। इनमें से 9 टीमों ने साउथ दिल्ली में और 9 टीमों ने नई दिल्ली एरिया में पब्लिक प्लेस पर यानी सड़क किनारे और पार्किंग जैसी जगहों पर खड़ी पुरानी गाड़ियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि जिन गाड़ियों के ओनर्स मौके पर मौजूद होंगे, उन्हें सीजर मेमो दिया जाएगा। अन्य गाड़ियों को जब्त करके उनके रजिस्टर्ड ओनर्स को इस बारे में जानकारी दी जाएगी, ताकि वे गाड़ी को स्क्रैप करने के लिए आगे की प्रक्रिया को पूरा कर सकें।
सीजर मेमो में स्क्रैपर के बारे में पूरी डिटेल दी जाएगी, जिससे संपर्क करके लोग अपनी गाड़ियां अधिकृत तरीके से स्क्रैप करवा सकेंगे। बदले में डीलर केंद्र सरकार की ओर से तय किए गए रेट और प्रक्रिया के तहत गाड़ी के ओनर्स को स्क्रैप की गई गाड़ी की उचित कीमत देंगे। भुगतान और स्क्रैपिंग की सारी जानकारी ऑनलाइन अपलोड की जाएगी। जो लोग गाड़ी जब्त होने के तीन महीने बाद तक भी संपर्क नहीं करेंगे, उनकी गाड़ियां स्क्रैपर खुद ब खुद स्क्रैप कर देंगे और उसकी जो राशि बनेगी, उसे ट्रांसपोर्ट विभाग के खाते में जमा कराएंगे। अधिकारियों ने कहा है कि आने वाले दिनों में और ज्यादा सख्ती के साथ यह कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले 2 मई को दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को निर्देश दिया था कि पार्किंग में या सड़क किनारे खड़ी पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप करने के लिए जबरन उठाकर जब्त न किया जाए। उन्होंने कहा था कि ऐसा कोई रूल नहीं है कि अपनी लाइफ पूरी कर चुकी गाड़ी अगर कहीं पार्किंग में खड़ी है, तब भी उसे ओनर की रजामंदी के खिलाफ जबर्दस्ती उठाकर स्क्रैप करने के लिए भेज दिया जाए। इस बारे में कई शिकायतें मिलने के बाद उन्होंने ट्रांसपोर्ट विभाग को मुहिम रोकने के लिए कहा था। ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों का कहना था कि सीएक्यूएम के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही थी। तब तक विभाग 2509 गाड़ियां जब्त कर चुका था। हालांकि, अब 25 मई को सीएक्यूएम के द्वारा एक बार फिर इस बारे में स्थिति स्पष्ट किए जाने के बाद सोमवार से विभाग ने पुरानी गाड़ियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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