नूपुर शर्मा के बयान पर हावड़ा में बवाल, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बूथ में लगाई आग, रांची में भी हिंसा
नेशनल डेस्क। भारतीय जनता पार्टी के निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन कुमार जिंदल को लेकर देशभर में जबरदस्त तरीके से बड़ा बवाल हो रहा है। दोनों पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। इन सब के बीच आज देश के अलग-अलग हिस्सों में जुमे की नमाज के बाद एक हास्य धर्म के लोगों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। हालांकि, इस विरोध प्रदर्शन में कई जगह हिंसा का भी रोक ले लिया है। हावड़ा और रांची में जबरदस्त तरीके से विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई है। खबर के मुताबिक हावड़ा में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वैन और पुलिस बूथ में आग लगा दी। वहीं, रांची में भी जबरदस्त बवाल हुआ है जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है। फिलहाल रांची में कर्फ्यू लगा दी गई है।
खबर के मुताबिक रांची में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से बल पर भी पत्थरबाजी की है। इसमें कई पुलिसवालों के घायल होने की भी खबर है। हावड़ा में प्रदर्शनकारियों ने रेल को रोका है। फिलहाल पूरे रांची शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस की ओर से लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड की जनता संवेदनशील और सहनशील रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात में हम सब परीक्षा की घड़ी से गुजर रहे हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि धैर्य खोने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि जो नफरत फैलाई गई है उसकी सजा हम सब को भुगतनी होगी। इसके साथ ही उन्होंने हिंसा पर चिंता जताई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
रांची पुलिस ने बताया कि हनुमान मंदिर पर हुए पथराव और हिंसक संघर्ष में रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्थानीय डेली मार्केट के थानेदार समेत दर्जन भर पुलिसकर्मी एवं अन्य लोग घायल हो गये। पुलिस को हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवा में गोलियां चलानी पड़ी। गोलीबारी करनी पड़ी। घटना के बाद हालात को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त छविरंजन ने रांची शहर में तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया है। रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार झा ने बताया कि आज शहर के मेन रोड इलाके में जुमे की नमाज के बाद एकरा मस्जिद और आसपास के इलाकों से भारी संख्या में जमा उपद्रवियों ने पथराव किया और कुछ स्थानों पर गोलीबारी भी की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवा में गोलियां चलायीं। स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस प्रशासन को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा।