ट्रैफिक पुलिसकर्मी को झूठे मामले में फंसाने की कोशिश पड़ी महंगी, गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार
गुरुग्राम। गुरुग्राम क्राइम ब्रांच डीएलएफ-चार की टीम ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जो यातायात पुलिस के एक हवलदार को रिश्वत के झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दे रहा था। आरोपी हवलदार से पहले तीन लाख, फिर एक लाख रुपये की उगाही का दबाव बना रहे थे।पुलिस ने तीनों आरोपियों को सेक्टर 42-27 चौक पर पीड़ित से उगाही के एक लाख रुपये लेते समय रंगे हाथ पकड़ा। इनकी पहचान बेगमपुर निवासी दीपक, सतेंद्र व रोहिणी निवासी अशोक के रूप में हुई है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार हवलदार प्रेम सिंह यातायात पुलिस में तैनात हैं। वह 21 मई को बूथ नंबर-3 पर तैनात थे। इस दौरान एक कार में सवार तीन युवक उनके पास पहुंचे और आरोप लगाया कि उसने चालान के नाम पर वाहन चालकों से रुपये लिए हैं। इसका वीडियो उनके पास है। इस पर हवलदार प्रेम सिंह ने वीडियो दिखाने के लिए कहा। आरोपियों ने झूठा वीडियो दिखाया और उनका मोबाइल नंबर लेकर यह कहते हुए चले गए कि उन्हें सही वाला पैसे लेते हुए वीडियो भेजेगा। कुछ देर बाद आरोपियों ने एक वीडियो और भेजा, उसमें भी पीड़ित हवलदार पैसे लेते नहीं दिखा।
फिर आरोपी हवलदार को वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर पहले तीन लाख रुपये, फिर एक लाख रुपये की मांग करने लगे। इससे परेशान होकर पीड़ित हवलदार ने मामले की शिकायत सुशांत लोक थाने में दी। सुशांत लोक थाने में शिकायत मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। जांच में जुटी क्राइम ब्रांच डीलएलएफ चार की टीम के कहने पर पीड़ित ने आरोपियों को बुधवार को उगाही के पैसे लेने सेक्टर 42-27 चौक पर बुलाया और तीनों को एक लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथ पैसे लेते बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह टैक्सी चलाने का काम करते हैं। वह अक्सर टैक्सी को किराए पर भेजते हैं। उनका यातायात पुलिस से अक्सर सामान होता है। ऐसे में यातायात पुलिसकर्मियों पर वह अक्सर दबाव बनाते हैं। इसी कड़ी में आरोपियों ने हवलदार प्रेम सिंह को अपना शिकार बनाना चाहा। उस पर रिश्वत लेने का झूठा आरोप लगाकर वीडियो बनाने का डर दिखाने लगा। साथ ही वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पैसों की उगाही करने के फिराक में था। आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।