कानपुर पुलिस ने फर्जी फौजी को गिरफ्तार किया, आईकार्ड और आधार कार्ड बरामद
कानपुर ब्यूरो। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने फर्जी फौजी को दबोचा है। सेना की वर्दी पहनकर आम लोगों पर रौब गांठता था। साथ ही लोगों को झांसा भी देता था। जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से फर्जी आईकार्ड और दो आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं। इतना ही नहीं फर्जी सैनिक ने पुलिस पर भी दबाव बनाने का प्रयास किया। पुलिस कर्मियों से अंग्रेजी में बात करने लगा, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई तो वह टूट गया। पुलिस आरोपी पर विधिक कार्रवाई कर रही है। कल्यानपुर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस ने सोमवार को फर्जी फौजी को रामाडेंटल तिराहे के पास से अरेस्ट किया है। एटा के नगला किशन गांव में रहने वाला पंकज सिंह वर्दी पहनकर कानपुर आया था। रामाडेंटल तिराहे पर पंकज सिंह टेंपो चालक को किराया नहीं दे रहा था। खुद को फौजी बताकर टेंपो चालक और उसमें बैठी सवारियों पर रौब गांठ रहा था। इसी दौरान चौराहे पर मौजूद पुलिस कर्मी पहुंच गए तो पुलिस वालों से भी रौब गांठने लगा। इस पर पुलिस कर्मी उसे थाने ले गए।
बरामद हुई सामाग्री
पुलिस कर्मियों ने जब पंकज को तलाशी तो उसकी उसकी वर्दी से पंकज जाडोना नाम की नेम प्लेट मिली। इसके साथ ही एक महरूम रंग की बैरिट कैप, जिसमें पैरासूट रेजिमेंट का ताज लगा था। उसके पास से दो फर्जी आधार कार्ड, पैरा कामांडो शूज लिखा हुआ एक जोड़ी जूता, भारतीय सेना का फर्जी आईकार्ड, एक लाल रंग का बलिदान लिखा हुआ बैज बरामद हुआ है।
सफर में पहनता था वर्दी
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मैं फौजी नहीं हूं। पंकज ने बताया कि दुकान से वर्दी और कैप लेकर पहनी है। वर्दी पहनकर लोगों पर रौब गांठता था और झांसा देता था। फर्जी आईकार्ड खुद बनाया था। उसने बताया कि जब भी मैं सफर करता था तो वर्दी पहन लेता था। इससे मुझसे कोई किराया नहीं मांगता था।