होली पर बलि देने के लिए सात साल की बच्ची अगवा, जीजा-साले गिरफ्तार
नोएडा। छिजारसी गांव से रविवार को सात साल की बच्ची का अपहरण बलि देने के लिए किया गया था। शादी न होने से परेशान आरोपी एक तांत्रिक की सलाह पर बच्ची को बागपत ले गया था। यहां बच्ची की बलि दी जानी थी। कोतवाली सेक्टर-63 पुलिस ने यह खुलासा करते हुए आरोपी जीजा-साले को गिरफ्तार किया है। बच्ची को परिजनों को सौंपकर पुलिस तांत्रिक व दो महिलाओं को तलाश रही है। घटना का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस कमिश्नर ने 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की है।
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि छिजारसी निवासी सात साल की बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। इस बीच एक युवक बच्ची को अगवा कर साथ ले गया था। पुलिस ने जांच की तो सीसीटीवी में आरोपी बच्ची को लेकर जाता नजर आया। जांच में पता चला कि जो आरोपी सीसीटीवी में नजर आ रहा है, वह पड़ोसी सोनू वाल्मीकि है। आरोपी मूलरूप से बागपत के गांव बलैनी का रहने वाला है। पुलिस ने सोमवार को बलैनी में सोनू के घर दबिश दी। परिजनों से पूछताछ हुई तो पता चला कि सोनू बच्ची को बहन के घर बागपत में खामपुर ले गया है। इसके बाद पुलिस ने रात में वहां दबिश देकर बच्ची को बरामद कर लिया। मौके से पुलिस ने सोनू और उसके जीजा किशनपुर बागपत निवासी नीटू को गिरफ्तार कर लिया।
सोनू एक कंपनी में काम करता है। उसकी शादी नहीं हो रही थी। पहली शादी भी टूट गई थी। इसके बाद सोनू के नजदीकी रिश्तेदार तांत्रिक सतेंद्र ने उसे बताया कि होली पर एक बच्चे की बलि देनी होगी, तभी शादी हो पाएगी। इसके बाद रविवार को उसने जीजा नीटू के साथ मिलकर पड़ोसी सात साल की बच्ची को अगवा कर लिया और बलि देने के लिए मेरठ होते हुए बागपत पहुंच गया।
पुलिस के मुताबिक, सोनू ने रविवार को दिन में ही शराब पी ली थी। इसके बाद बच्ची के पास पहुंच गया और आइसक्रीम खिलाकर गोद में उठाकर ले गया। कुछ दूर आगे नीटू मिला और उसने ऑटो से सोनू व बच्ची को गाजियाबाद पहुंचा दिया। वहां से बस से सोनू बच्ची को गांव ले गया। रविवार रात को वहां रखने के बाद बहन के गांव खामपुर ले गया। खामपुर में ही तांत्रिक का घर है। वारदात में सोनू की बहनें वर्षा व रेखा ने भी सहयोग किया था। पुलिस वर्षा, रेखा व तांत्रिक सतेंद्र की तलाश कर रही है। बच्ची का परिवार मूलरूप से बिहार का रहने वाला है। बच्ची के पिता व चाचा नोएडा की एक फैक्ट्री में हेल्पर हैं। बच्ची के गायब होने से सभी का बुरा हाल था। मंगलवार को जब पुलिस बच्ची को लेकर आई तो मां व पिता के खुशी के आंसू छलक गए। उन्होंने बच्ची को गले लगाकर पुलिस का शुक्रिया अदा किया।
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि तांत्रिक को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दे रही है। पुलिस तांत्रिक का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं पहले भी तो किसी की बलि नहीं चढ़ाई गई।