16 साल के शतरंज ग्रैंडमास्टर प्रागननंदा ने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैगनस कार्लसन को हराया

16 साल का भारतीय ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रज्ञानानंद ने ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट एयरथिंग्स मास्टर्स के दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैगनस कार्लसन को हराकर बहुत बड़ा उलटफेर किया। आठवें दौर के दौरान उन्होंने विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को केवल 39 चालों में हराकर कार्लसन की तीन जीत का अंत कर दिया। 31 वर्षीय कार्लसन जो कि दुनिया के नंबर एक शतरंज खिलाड़ी है, इससे पहले कार्लसन ने लगातार तीन जीत हासिल की थी। भारतीय ग्रैंडमास्टर के इस जीत से प्रज्ञानानंद आठ राउंड के बाद आठ अंकों के साथ संयुक्त 12वें स्थान पर हैं।पहले दौर में प्रगाननंदा ने दो ड्रॉ खेला था और 4 बाजियों में हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने अनीश गिरी और क्वांग लीम ले के खिलाफ ड्रॉ किया और एरिक हैनसेन, डिंग लिरेन, जान-क्रिज़स्टोफ डूडा और शखरियार मामेदयारोव से हार गए थे। जानकारी के लिए बता दें कि, एयरथिंग्स मास्टर्स एक 16-खिलाड़ियों का खेल है जहां हर एक खिलाड़ी को जीत के लिए तीन अंक मिलते हैं और प्रारंभिक दौर में ड्रॉ के लिए एक अंक मिलता है। प्रारंभिक चरण में सात और राउंड हैं।प्रगनानंद ने अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) को बताया कि, कार्लसन के खिलाफ शतरंज में पहली जीत शानदार थी। बता दें कि, शतरंज के महान खिलाड़ी, प्रज्ञानानंद ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल करने वाले अब तक के पांचवें सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। उन्हें यह खिताब 2018 में मिला था।

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