आईपीएस के चलते बेटे ने की सुसाइड अब मेरी हत्या हो जाएगी, बुजुर्ग ने नोएडा डीसीपी के खिलाफ पीएमओ को भेजा लेटर

Son commits suicide due to IPS, now I will be killed, old man sent letter to PMO against Noida DCP

नोएडा। सूत्रों के अनुसार  नोएडा में एक आईपीएस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय का मोहर लगा हुआ पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि वायरल पत्र पर पत्रांक संख्या का जिक्र नहीं है। पत्र के नीचे पहचान गुप्त रखने की भी बात कही गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय की मोहर पर 25 फरवरी 2023 की तारीख पत्र पर छपी हुई है। आईपीएस राम बदन सिंह पर 70 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति ने आरोप लगाया है। इसमें आरोप है कि नोएडा कमिश्नरेट में मौजूदा समय में डीसीपी के पद पर कार्यरत राम बदन सिंह की वजह से पीड़ित के 28 साल के बेटे ने आत्महत्या कर ली। इससे मामले पर नोएडा कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन जवाब नहीं मिला। वहीं डीसीपी राम बदन सिंह ने कहा कि जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।

सोशल मीडिया पर हो रहे वायरल पत्र के मुताबिक बुजुर्ग व्यक्ति ने प्रधानमंत्री को अपनी पीड़ा बताते हुए शिकायत पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि मैं 70 वर्ष एक वृद्ध इंसान हूं। वर्ष 1999 से 2003 तक नोएडा में सीओ के पद पर तैनात भ्रष्ट आईपीएस अधिकारी राम बदन सिंह के हाथों अपना जवान बेटा खो दिया। इसके बाद बुजुर्ग व्यक्ति ने वर्ष 2002 में भ्रष्ट आईपीएस के डर से नोएडा छोड़ दिया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे लिखा कि आईपीएस अधिकारी निर्मल सिंह भंगू नामक भूमाफिया के साथ काम करने वाले बलदेव कृष्णा कलिआ के साथ व्यावसायिक भागीदार की तरह काम करते थे। उनके कहने पर कमजोर लोगों की जमीने हथियाने में उनकी मदद करते थे। जो मकान बहुत दिनों तक खाली रहते थे, उन्हें कब्जा करवाते थे और उसके खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों पर फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया करते थे।

उन्होंने आगे कहा कि उस समय मेरा 28 साल का बेटा आईपीएस अधिकारी राम बदन सिंह के प्रकोप का शिकार हो गया था। आईपीएस ने मेरे जमीन को हथियाने के लिए मेरे बेटे को 420 के फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया था। जेल से बेल पर रिहा होने के बाद मेरे बेटे ने आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने आगे कहा कि मुझे और मेरे परिवार को रामबदन के गुंडों ने इतना धमकाया था कि हमने उनके भय से अपनी सारी संपत्ति बेच कर अपनी जान बचाई।

कथित लेटर में 70 वर्षीय बुजुर्ग ने प्रधानमंत्री को आगे लिखा कि आज फिर 20 साल बाद वही अधिकारी नोएडा में डीसीपी बन कर आ गए हैं और अपने गुर्गों के साथ फिर से वही उगाही करनी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि ये अपने एसीपी अरविंद के साथ मिलकर लोगों से उगाही करने के लिए फर्जी मुकदमे में जेल भेज रहे हैं। साथ ही अरविंद ने एक कदम आगे बढ़ कर लोगों पर गैंगस्टर एक्ट, नारकोटिक्स एक्ट के तहत लोगों को फंसाना शुरू कर दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि राम बदन सिंह का मुख्य कार्य बड़े व्यापारियों के साथ मिलकर उनसे पैसे लेकर, छोटे व्यापारियों को खत्म कर देना है।

उन्होंने प्रधानमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि नोएडा के माने हुए गुंडे जो नोएडा में खुलेआम वसूली करते थे। अब वो राम बदन सिंह के लिए काम करने लगे हैं। वे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बड़े अस्पताल के साथ मिलकर गैरकानूनी तरीके से किडनी प्रत्यारोपण का काम भी शुरू कर दिया है। उन्होंने आखिर में कहा कि अगर मेरी ये चिट्ठी राम बदन सिंह के हाथ लग गई तो मेरी हत्या हो जाएगी।

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