18 या फिर 19 मार्च को है होली, खबर पढ़कर दूर करें भ्रम और जानें होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
हिंदुओं के दो बड़े त्योहारों में शुमार होली आगामी 18 मार्च (शुक्रवार) मनाई जाएगी। रंगों के इस त्योहार से पूर्व 17 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद फाल्गुन मास की पूर्णिमा के अगले दिन मनाई जाने वाली होली को लेकर दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के लोगों को खासा उत्साह है। गणना के मुताबिक, होलिका दहन 17 मार्च को दिन बृहस्पतिवार को होगा, जबकि रंगों से होली 18 मार्च (शुक्रवार को) खेली जाएगी। वहीं, फिलहाल मांगलिक कार्य नहीं किए जा रहे हैं, क्योंकि हालिकाष्टक चल रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होली त्योहार के 8 दिन पूर्व विष्णु के अनन्य भक्त प्रह्लाद को उसके पिता हिरणाकश्यप के आदेश पर यातनाएं देनी शुरू हो गई थीं। ऐसे में होलिकाष्टक लगने के बाद कोई मंगल कार्य नहीं होता है। इस लिहाज फिलहाल होलिकाष्टक लगने पर कोई भी मांगलिक कार्य मसलन मुंडन, विवाह, गृह प्रवेश जैसे काम वर्जित होते हैं और हिंदु धर्म को मानने वाले लोग इसे तरजीह भी देते हैं।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 17 मार्च और दिन बृहस्पतिवा को दोपहर 01:29 बजे होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शुरू होगा। वहीं, फाल्गुन पूर्णिमा तिथि समाप्त यानी 18 मार्च शुक्रवार दोपहर 12:47 बजे तक होलिका दहन का शुभ मुहुर्त रहेगा। वैसे होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 17 मार्च की शाम 9 बजकर 6 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। इस तरह होलिका कुल घंटा 10 मिनट तक शुभ होगा।
इस साल सिर्फ काशी में होली 18 मार्च को मनाई जाएगी, जबकि दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में 19 मार्च को रंगों का त्योहार मनाया जाएगा। इस बार भी होलिका दहन फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा की रात किया जाता है। इसमें प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा में भद्रा रहित रात्रि मान्य होती है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में ज्योतिष विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. विनय पांडेय के मुताबिक, इस बार फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा 17 मार्च को दोपहर 1 बजकर 3 मिनट पर लग रही है। इसके बाद यह 18 मार्च को दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक है। ऐसे में 17 मार्च को भद्रा समाप्ति के बाद रात 12 बजकर 57 बजे के बाद ही होलिका दहन होगा। ऐसे में होली 19 मार्च को मनाई जाएगी।