आम आदमी पार्टी के चुनाव गीत ‘जेल का जवाब वोट से’ को मिली मंजूरी
Aam Aadmi Party's election song 'Jail Ka Jawab Vote Se' gets approval
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव गीत ‘जेल का जवाब वोट से’ को मुख्य निर्वाचन अधिकारी की अनुमति मिल गई है। इस आशय की जानकारी अभी थोड़ी ही देर पहले एक प्रेस वार्ता में आप के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि सीईओ कार्यालय ने 27 अप्रैल को हमें पत्र लिखकर इस चुनाव गीत पर कई आपत्तियां लगाकर उस पर बैन लगा दिया। इस पर 30 अप्रैल को हमने सीईओ कार्यालय को हर आपत्ति का जवाब दिया और उनकी सभी आपत्तियों का विरोध जताया। नतीजा यह हुआ कि बिना एक भी बदलाव हुए हमें अब इसकी अनुमति मिल गई है। पांडेय ने निर्वाचन आयोग की कार्यशैली और निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए भाजपा को भी कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अगर हम भाजपा के खिलाफ कोई शिकायत करते हैं तो आयोग उस पर संज्ञान तक नहीं लेता जबकि भाजपा के कहने पर हमें बेसिर पैर के नोटिस भेज देता है।
दिल्ली चुनाव निकाय के अधिकारियों ने कहा कि आप को गाने की सामग्री को संशोधित करने के लिए कहा गया था क्योंकि इसने चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों और विज्ञापन कोड का उल्लंघन किया था। एक अधिकारी ने कहा कि पार्टी ने संशोधन करने के बाद सीईओ के कार्यालय में अपना प्रस्ताव दोबारा जमा किया, जिसके बाद गाने को मंजूरी दे दी गई। इससे पहले एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में, पांडेय ने कहा था, “सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं! ‘जेल का जवाब वोट से’ सिर्फ आप का एक अभियान गीत नहीं है, बल्कि यह लोगों के मन में चल रही भावना का सार है। देश के आम लोगों ने यही कारण है कि आखिरकार सत्य की जीत हुई और चुनाव आयोग ने चुनाव में प्रचार गीत के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी।
दिल्ली सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने पहले कहा था कि गाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया था, लेकिन आप को केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम, 1994 के तहत निर्धारित विज्ञापन कोड और एक पत्र के माध्यम से प्रसारित चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों/मानदंडों के अनुसार, कुछ संशोधनों के साथ अपना प्रस्ताव फिर से जमा करने के लिए कहा गया था।