13 आइपीएस, 22 पीपीएस और छह हजार पुलिसकर्मियों की फौज भी नहीं बचा पाई छात्र की जान

नोएडा में अपहरण के बाद रेस्तरां संचालक के बेटे की हत्या

ग्रेटर नोएडा। बीटा दो कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हुए व्यापारी के बेटे के अपहरण के बाद हत्याकांड की घटना ने कमिश्नरेट पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है। व्यापारी कृष्ण शर्मा के बेटे कुनाल की बदमाशों ने हत्या कर दी और पुलिस अभी भी अपहरण मानने को तैयार नहीं है।  बयानों से लेकर लिखित जवाब में पुलिस यही कह रही है कि लड़का लड़की के साथ अपनी मर्जी से गया। पुलिस यदि मामले को अपहरण मानकर शुरू से गंभीरता से कार्रवाई करती तो छात्र की जान नहीं जाती। जिले में तैनात 13 आइपीएस, 22 पीपीएस और छह हजार पुलिसकर्मियों की फौज भी अपहृत छात्र की जान नहीं बचा पाई। दरअसल, व्यापारी के बेटे का अपहरण करने के बाद पुलिस शुरू से मानती रही कि वह अपनी मर्जी से गया है। अपहरण के दिन ही उसकी हत्या कर दी गई और पुलिस चार दिन तक परिवार के इर्द गिर्द जांच की सुई घुमाती रही। चार दिन पुलिस की तरफ से बरती गई लापरवाही की वजह से ही पुलिस छात्र को सकुशल बरामद नहीं कर सकी। अपहरणकांड की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई। इसके बाद भी पुलिस आरोपितों की पहचान नहीं कर पाई है। छात्र के स्वजन पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठा रहे है।
व्यापारी के परिचित बुलंदशहर में सिंचाई विभाग में तैनात है। उन्होंने शव मिलने की सूचना पीड़ित पिता कृष्णपाल को दी। मोबाइल पर शव का फोटो भेजा, तब पहचान करने पर पता चला कि शव छात्र कुनाल का है। यह सब होता रहा और शव मिलने की पुलिस को भनक तक नहीं लगी। स्वजन ने ही पुलिस को सूचना दी। छात्र का शव मिलने के बाद एहतियात के तौर पर उसके गांव, रेस्टोरेंट पर पुलिस बल तैनात किया गया। तभी एक पुलिसकर्मी रेस्टोरेंट के अंदर चला गया। यह देखकर वहां मौजूद लोग भड़क गए और पुलिसकर्मी को दौड़ा लिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। लोग पुलिस को कहते सुने गए कि जान को बचा नहीं पाए, चले आए यहां।
छात्र कुनाल का शव रविवार शाम पांच बजे जैसे ही गांव म्याना पहुंचा तो स्वजन और ग्रामीणों में चारों ओर चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों की पुलिस से जमकर नोक झोंक हुई। ग्रामीणों का आरोप है कि अगर पुलिस समय से कार्रवाई करती तो छात्र की जान नहीं जाती। इस दौरान मौके पर पहुंचे जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के बड़े भाई ठाकुर वीरेंद्र प्रताप सिंह ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया। तब जाकर ग्रामीण शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हुए। भारी पुलिस बल के बीच गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त शिव हरि मीणा म्याना गांव में मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि कुनाल जब छह महीने का था, तभी उसकी मां की संदिग्ध परिस्थिति में आग से जलकर मौत हो गई थी। कक्षा आठ के छात्र कुनाल की तीन बहनें और एक भाई है। कुनाल छोटा था। उसकी बड़ी बहन की शादी दस मई को है। पूरा परिवार खुशी-खुशी शादी की तैयारी में लगा हुआ था, लेकिन अपहरण के बाद हुई हत्या के बाद खुशी का माहौल गम में तब्दील हो गया है।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

शयद आपको भी ये अच्छा लगे
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा।