एक व्यक्ति के दो डेथ सर्टिफिकेट,पेंशन के लिए मेड ने मृत पंचायत सचिव को बना लिया पति

Two death certificates of one person, maid made dead Panchayat Secretary as her husband for pension

गाजियाबाद। एक ही शख्स के दो मृत्यु प्रमाणपत्र बनने का मामला सामने आया है। पहला मिर्जापुर के जगदीशपुर से बना है, जहां वह रहते थे। जबकि, दूसरा मृत्यु प्रमाणपत्र गाजियाबाद के कंबाइंड अस्पताल से फर्जी तरीके से बनवाने का आरोप है। इस मामले में पुलिस, प्रशासन और मुख्यमंत्री से शिकायत की गई है। परिजनों ने पेंशन शुरू करानी चाही तो पता चला कि आवेदन तो पहले ही आ चुका है। आरोप है कि मेड ने खुद को उनकी पत्नी बताते हुए फर्जी तरीके से प्रमाणपत्र बनवाया और पेंशन के लिए लगा दिया। मिर्जापुर के रहने वाले शेष नारायण सिंह की बेटी हनी ने बताया कि उनके पिता मिर्जापुर की जगदीशपुर ग्राम पंचायत में सचिव थे। 6 जून 2022 को उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया था।
मिर्जापुर में 6 जून को उनका पोस्टमॉर्टम भी हुआ और 8 जुलाई 2022 को जगदीशपुर ग्राम पंचायत से उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया गया। हनी ने बताया कि लगभग चार महीने बाद उन्होंने पेंशन के लिए आवेदन किया था। जवाब में बताया गया कि पेंशन के लिए तो पहले ही आवेदन आ चुका है। उन्होंने जांच की तो पता चला कि उनके पिता का एक और मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हुआ है। इसे गाजियाबाद के कंबाइंड अस्पताल से 11 जुलाई 2022 को जारी किया गया था। जगदीशपुर से जारी मृत्यु प्रमाणपत्र में पत्नी के रूप में उनकी मां शीला नारायण का नाम है जबकि गाजियाबाद से जारी प्रमाणपत्र में पत्नी की जगह मेड का नाम लिखा है। हनी का आरोप है कि गाजियाबाद से पिता का मृत्यु प्रमाणपत्र फर्जी तरीके से जारी कराया गया है। उन्होंने पुलिस, प्रशासन और सीएम से भी शिकायत की है।
हनी ने बताया कि वे दो बहनें हैं। हनी हैदराबाद में जॉब करती हैं और दूसरी बहन सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) में रहती है। मां शीला अक्सर उनके पास ही रहती थीं। इसके चलते पिता ने एक मेड को रखा था। उसका पति प्रयागराज में रिक्शा चालक है और उनके तीन बच्चे हैं। मेड उनके पिता की पेंशन हासिल करने के साथ ही संपत्ति पर भी कब्जा करना चाहती है, जिसके चलते उसने खुद को उनके पिता की पत्नी बताते हुए फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवा लिया और उसके आधार पर पेंशन के लिए दावा करने के साथ-साथ अन्य संपत्तियों पर भी कब्जा करने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद मामले की जांच के लिए गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है। हालांकि, सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला नहीं है। ऐसा कोई मामला सामने आता है तो कंबाइंड अस्पताल प्रशासन से जांच कराई जाएगी। एक शख्स के दो मृत्यु प्रमाणपत्र जारी नहीं हो सकते।

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