पट्टा नाम कराने के लिए टंकी पर चढ़ गए एक ही परिवार के 6 लोग

आत्मदाह की धमकी से फूले प्रशासन के पांव

मुजफ्फरनगर/उत्तर प्रदेश। मुजफ्फरनगर में पिता को शासन से आवंटित जमीन का पट्टा पत्नी के नाम कराने के लिए एक युवक परिवार समेत जिला अस्पताल की पानी की टंकी (ओवरहैड टैंक) पर चढ़ गया। वहां से युवक ने चेतावनी दी कि अगर जमीन का पट्टा उसकी पत्नी के नाम नहीं किया गया तो वह परिवार समेत ऊपर से छलांग लगाकर आत्मदाह कर लेगा। एक ही परिवार के 6 सदस्यों को टंकी पर चढ़ा देखकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। काफी समझाने के बाद युवक परिवार समेत नीचे उतरा।
तहसील बुढ़ाना क्षेत्र के गांव हडौली का रहने वाले कल्लू सोमवार सुबह जिला अस्पताल पहुंचा और पत्नी तथा चार बच्चों समेत 40 फीट ऊंचे ओवरहेड टैंक पर चढ़ गया। वहां से कल्लू ने चिल्ला-चिल्लाकर परिवार समेत आत्मदाह करने की बात कही। परिवार के साथ आत्मदाह की चेतावनी दिए जाने की सूचना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो उनके हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में सीओ सिटी रामाशीष यादव और शहर कोतवाली सहित डायल-112 पुलिस मौके पर पहुंची। एसडीएम सदर परमानंद झा और सिटी मैजिस्ट्रेट विकास कश्यप भी अधीनस्थों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बुढाना तहसील क्षेत्र के गांव हडोली निवासी करीब 30 वर्षीय कल्लू पत्नी और चार बच्चों सहित ओवर हैड टैंक पर चढ़ा है।
उन्होंने बताया कि 30 साल पहले शासन ने कूल्लू के पिता बनारसी के नाम 9 बीघा जमीन का पट्टा किया था। कूल्लू उक्त जमीन का पट्टा अब अपनी पत्नी पूनम के नाम कराने की मांग कर रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के काफी समझाने के बाद कल्लू अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर ओवरहेड टैंक से नीचे उतरा। उसने बताया कि 30 साल पहले पिता के नाम जमीन का पट्टा किया गया था। इस पर 20 साल तक गांव के अन्य लोगों का अवैध कब्जा रहा। जमीन अवैध कब्जा मुक्त कराई तो उसे समतल करने में पांच साल लगे। उन्होंने कहा कि अब जमीन के पट्टे की मियाद पांच साल बची है। उसे दिल की बीमारी है। किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। इसलिए वह जमीन का पट्टा अपनी पत्नी के नाम स्थानांतरित कराना चाहता है।
जिला अस्पताल में 4 घंटे चला हाईवोल्टेज ड्रामा
पत्नी और बच्चों के साथ परिवार के 6 लोगों के आत्मदाह किए जाने की चेतावनी पर पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। जिला अस्पताल में यह हाईवोल्टेज ड्रामा चार घंटे से अधिक देर तक चला। इस दौरान अस्पताल में ऐंबुलेंस समेत फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मंगा ली गईं। स्वास्थ्य विभाग और दमकल कर्मियों समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए। करीब 11 बजे काफी समझाने पर सभी लोग नीचे उतरे तो अधिकारियों के जान में जान आई।

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