मसूड़ों से निकलता खून तो एक पत्ता रोज चबाएं, डाइजेस्ट सिस्टम भी नहीं करेगा परेशान
खाना खाने के बाद किस तरह का पान खाना पसंद है आपको- मीठा पान, सादा पान, जर्दा पान या फिर मसाला पान। अगर पान का शौक रखते हैं तो इसे खाने की जगह चबाने की आदत बना लें। चौंकिए नहीं, हम आपको किसी लत का शिकार बनाने की सलाह नहीं दे रहे हैं। बल्कि इसे आजमा कर देखें, कैसे कुछ बीमारियों से आप राहत पा सकते हैं। पान के हरे पत्ते को बस चबाने की आदत मसालें के डालनी होगी. तब ही ये आपके काम का साबित हो पाएगा। चलिए आपको बताते हैं कितनी राहत देने वाला है ये पान का पत्ता।
पान के हरे पत्तों के फायदे
डाइजेशन
अक्सर कुछ लोग डाइजेशन से जुड़ी परेशानी से ग्रस्त रहते हैं और मामला होता है कब्ज या एसिडिटी का। पान का पत्ता पाचन में दवा साबित हो सकता है। इसे रोज सुबह खाली पेट चबाएं। इससे पाचन बेहतर हो सकता है।
मसूड़ों की सूजन में कारगर
अगर मसूड़ों की समस्या से जूझ रहे हैं तो पान का पत्ता आपको राहत दे सकता है। मसूड़ों में सूजन में पान का पत्ता राहत दे सकता है।
डायबिटीज पर कंट्रोल
पान के पत्ते की सबसे बड़ी खूबी ये है कि शरीर का ब्लड शुगर लेवल नार्मल रखता है. जिन्हें शुगर है वो रोज इसका पत्ते को चबा कर राहत मिल सकती है।
दांतों के लिए
पान खाने से दांतों को तब नुकसान होता है जब इसमें कत्था मिलाकर खाया जाता है, इसके बिना चबाकर खाएं, तो दांतों के लिए गुणकारी है। इसके पत्तों को पीसें और नींबू का रस मिलाकर खाएं।
अन्य बीमारियों में कारगर
पान के पत्तों में कुछ एंटीबायोटिक गुण ऐसे होते हैं, जिनसे छोटे-मोटे संक्रमण से भी बचाव हो सकता है। पान के पत्ते को शहद के साथ मिलाकर खाएं तो सर्दी-खांसी में भी राहत मिलती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, पान के पत्तों का ज्यादा सेवन करना शरीर में पित्त और खून में खराबी हो सकती है, जिस कारण- फोड़े, फुंसी या कोई स्किन की बीमारी भी हो सकती है।