यूपी के बाराबंकी में नहर से बचाई गई दुर्लभ डॉल्फिन

बाराबंकी,(उत्तर प्रदेश)। बाराबंकी में डबल शारदा नहर में देखी गई मादा गंगेश डॉल्फिन को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। वन विभाग और टर्टल सर्वाइवल एलायंस की टीम ने संयुक्त रूप से 72 घंटे रेस्क्यू अभियान चला कर 6 फुट 3 इंच की मादा डॉल्फिन को नहर से निकाल कर सरयू नदी में छोड़ा है। इस बीच दुर्लभ प्रजाति की डॉल्फिन को देखने के लिए भारी भीड़ जमा रही।

देवा क्षेत्र से गुजरी शारदा सहायक की डबल नहर में शनिवार को दो दुर्लभ प्रजाति गंगेश डॉल्फिन देखी गईं थीं। डॉल्फिन को देखने के लिए आसपास के इलाकों से भारी भीड़ जमा हो गई। ग्रामोणों की सूचना के पर हरकत में आए प्रभागीय निदेशक रुस्तम परवेज ने लखनऊ स्थित टर्टल सर्वाइवल एलायंस (TSA) यूनिट से संपर्क किया था। टीएसए के एक्सपर्ट डॉक्टर शैलेंद्र सिंह और अरुणिमा सिंह ने वन विभाग कर्मियों की मदद से शनिवार को ‘नर डॉल्फिन’ को रेस्क्यू करने के बाद सोमवार को ‘मादा डॉल्फिन’ को भी रेस्क्यू किया।

वन विभाग के अफसरों के मुताबिक प्रथम श्रेणी की माने जाने वाली राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन रास्ता भटक कर नहर में आ गई थी। नहर में पानी कम होना और उसकी तेज रफ्तार होने से सुरक्षित पकड़ना चुनौती था। देवा क्षेत्राधिकारी मयंक सिंह, प्रशांत कुमार, वन दारोगा मनोज यादव, वनकर्मी विपिन कुमार, राम हर्ष, अजित, सतीश, जितेंद्र, जयप्रकाश शुक्ला ने गोताखोरों की मदद से ने तीन दिनों तक सर्च अभियान चलाया। मीठे पानी में रहने वाली दृष्टिहीन गंगा डॉल्फिन को साल 2009 में देश का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया है। दुर्लभ प्रजाति की गंगा डॉल्फिन को देखने के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा रही। लोग अपने मोबाइल में डॉल्फिन की तस्वीरें कैद करने के लिए काफी उत्साहित नजर आ रहे थे।
72 घंटों से जारी रेस्क्यू मिशन में राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन को देवा क्षेत्र के ग्राम खनवहा के निकट शारदा नहर से सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। अफसरों के मुताबिक पकड़ी गई मादा डॉल्फिन की लंबाई 6 फुट 3 इंच और वजन करीब 70 किलो आंकी है। डीएफओ रुस्तम परवेज ने बताया कि TSA के एक्सपर्ट सहायक प्रभागीय अधिकारी डॉ. एन के सिंह की मदद से तीन दिन बाद मादा डॉल्फिन को रेस्क्यू किया गया। इसको गीले कपड़े में लपेट कर स्ट्रेचर की मदद से रामनगर स्थित सरयू नदी में सुरक्षित छोड़ा किया गया है। तीन दिनों में कुल दो डॉल्फिन को रेस्क्यू किया गया है।

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