मां के सामने ही खूंखार कुत्तों ने 4 साल की बच्ची को नोच डाला, चेहरे और आंख पर गंभीर जख्म, जिंदगी और मौत से जूझ रही मासूम
मासूम के चेहरे पर आए 10 टांके, आंख पर गंभीर चोट

नीमच/मध्य प्रदेश। एमपी के नीमच शहर में आवारा कुत्तों के झुंड ने घर के बाहर खेल रही 4 साल की मासूम बच्ची को शिकार बना लिया। कुत्ते उसे खींचकर घर से बाहर ले गए। बच्ची के चेहरे को बुरी तरह नोच डाला। कुत्तों ने बच्ची के चेहरे और दाईं आंख को बुरी तरह नोंच दिया, जिससे उसे 10 टांके आए और वह आईसीयू में भर्ती है।
जानकारी अनुसार बुधवार दोपहर शहर के कैंट थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 18 स्थित शालीमार कॉलोनी में एक बार फिर आवारा कुत्तों के झूंड द्वारा 4 साल की मासूम बच्ची को बुरी तरह नौंचने का मामला सामने आया है। कुत्ते मासूम को घर की दहलीज से खिंचकर ले गए। इसके बाद उसका चेहरा बूरी तरह नोंच दिया। जिससे उसके होंठ के पास 10 टांके आए, दांई आंख पर गहरा जख्म किया। फिलहाल डॉक्टरों ने मासूम को आईसीयू में भर्ती किया है।
जानकारी के अनुसार शालीमार कॉलोनी निवासी फिरोजा की 4 वर्षीय बेटी बुधवार दोपहर अपने घर के आंगन में खेल रही थी। बच्ची की मां फिरोजा ने बताया कि मैगी खाने के बाद उनकी बेटी आंगन में थी, तभी तीन से चार आवारा कुत्तों ने अचानक उस पर धावा बोल दिया। कुत्तों ने बच्ची को नोचते हुए बेरहमी से आंगन से बाहर खींच लिया और कुछ दूर तक उसे घसीटते रहे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुत्तों ने बच्ची के चेहरे को बुरी तरह नोचा है। हमले में बच्ची के होंठ के पास गहरा घाव हो गया, जिस पर करीब 10 टांके लगाए गए हैं। हमले की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि कुत्तों ने बच्ची की दांई आंख को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। डॉक्टरों की टीम फिलहाल उसका इलाज कर रही है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मां फिरोजा ने रोते हुए पूरी घटना बताई। उसने बताया कि कुत्तों ने मेरी बेटी को आंगन से खींच लिया और नोचना शुरू कर दिया। मेरे सामने ही 3 से 4 कुत्ते उस पर झपट पड़े। मैं चिल्लाती रही। शोर सुनकर पड़ोसी आए, तब तक मेरी बेटी को कुत्तों ने लहूलुहान कर दिया। यह हमारी कॉलोनी में कुत्तों के हमले का तीसरी घटना है। पहले भी एक बालिका और एक महिला पर हमला हो चुका है। हम लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन नगर पालिका कोई ध्यान नहीं देती।
जिला चिकित्सालय के डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को गंभीर हालत में लाया गया था। कुत्तों के हमले से उसके चेहरे और आंख के पास गंभीर चोटें आई हैं। बच्ची की सर्जरी कर टांके लगाए गए हैं। करीब 10 टांके उसके चेहरे पर लगाए हैं। आंख की चोट की गंभीरता को देखते हुए उसे तत्काल आईसीयू वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है। उसकी हालत पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
यह पहली बार नहीं है जब शालीमार कॉलोनी में आवारा कुत्तों ने किसी इंसान को निशाना बनाया है। बच्ची की मां फिरोजा ने बताया कि यह उनकी कॉलोनी में कुत्तों के हमले की तीसरी घटना है। इससे पहले भी आवारा कुत्तों ने एक बालिका और एक महिला पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। लगातार हमलों के बावजूद नगर पालिका की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि वे अपने बच्चों को घर से बाहर भेजने में भी डरने लगे हैं।
नीमच शहर में आवारा कुत्तों का आतंक पुराना है। जिला चिकित्सालय में रोजाना कुत्तों के काटने से घायल होकर दर्जनों लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं। कुछ समय पूर्व नगर पालिका ने कुत्तों की नसबंदी (एनिमल बर्थ कंट्रोल-एबीसी) का अभियान भी चलाया था, लेकिन इस अभियान में घोटाले के आरोप लगे थे। नसबंदी के बावजूद शहर में कुत्तों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है।




