फतेहपुर में तेज रफ्तार वाहन का कहर, तीन बिजली संविदा कर्मियों को कुचला, दो की मौत

फतेहपुर/उत्तर प्रदेश। फतेहपुर में हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि तीसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है। बांदा-टांडा हाईवे पर ललौली थाने के सिधांव गांव के समीप तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने बाइक सवार तीन बिजली संविदा कर्मियों को कुचल दिया।
वाहन की टक्कर से बाइक सवार करीब 20 मीटर तक सड़क पर घिसटते हुए चले गए। पुलिस ने एंबुलेंस से गंभीर रूप से घायल तीनों कर्मियों को जिला अस्पताल भेजा जहां डाक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया जबकि तीसरे को एलएलआर हास्पिटल कानपुर रेफर किया गया है।
कल्यानपुर थाने के रामपुर रेवाड़ी बुजुर्ग गांव में रहने वाले छेदीलाल दिवाकर का 28 वर्षीय पुत्र दिलीप दिवाकर, बलराम के 32 वर्षीय पुत्र ब्रजेश व खागा कोतवाली के बहियापुर निवासी राजेश दीक्षित का 28 वर्षीय पुत्र आनंद दीक्षित एक बिजली ठेकेदार के अंडर में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर मीटर रीडर का काम करते थे। बताते हैं कि मंगलवार को बाइक से तीनों संविदा कर्मी ललौली क्षेत्र में काम पर गए थे। वहां से काम निपटाकर देर शाम सात बजे वापस आ रहे थे।
सिधांव के समीप सामने से आ रहा अज्ञात वाहन उन्हें कुचलता हुआ निकल गया। तीनों बाइक सवार काफी दूर तक घिसटते हुए चले गए। बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई और तीनों कर्मी खून से लतपथ हालत में सड़क पर इधर उधर गिर पड़े। उन्हें पुलिस ने जिला अस्पताल भेजा जहां दिलीप दिवाकर व आनंद दीक्षित को मृत घोषित कर दिया जबकि ब्रजेश को कानपुर रेफर कर दिया गया।
इंस्पेक्टर समशेर बहादुर सिंह ने बताया कि हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखकर अज्ञात वाहन का पता लगाया जा रहा है। घटनास्थल पर हेलमेट नहीं मिला। इससे स्पष्ट है कि बाइक सवार हेलमेट नहीं पहने थे। यदि हेलमेट पहने होते तो इतनी बड़ी अनहोनी न होती।
दिलीप दिवाकर के छोटे भाई विनय की दो माह पूर्व किसी बीमारी से मौत हो गई थी और अब दिलीप की मौत से मझिला भाई विजय, मां सियादुलारी व पिता रो-रोकर बेहाल रहे। वहीं आनंद दीक्षित की मौत से मां संगीता, छोटा भाई उज्जवल बेहाल रहे। पिता किसानी करते हैं। दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट गया। दिवंगत व घायल अच्छे दोस्त थे और डेढ़ साल से एक साथ ही काम कर रहे थे।




